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ONGC का फरमान: एक हेलीकॉप्टर में दो से ज्यादा अधिकारी नहीं बैठेंगे!

13 जनवरी को हेलीकॉप्टर 10:20 बजे जुहू से उड़ा जिसे 10:58 बजे ओएनजीसी के उत्तरी क्षेत्र में पहुंचना था. लेकिन 10:30 के बाद कोई सिग्नल नहीं मिल पाया था

FP Staff

हेलीकॉप्टर दुर्घटना में अपने मुख्य अधिकारियों की मौत के बाद ओएनजीसी अहम फैसले लेने पर विचार कर रहा है. जनवरी में पवन हंस के दुर्घटना में पांच मुख्य अधिकारियों समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी.

ओएनजीसी अधिकारी ने बताया 'दुनिया में कई कंपनियों की नीति है कि दो से ज्यादा अधिकारी एक होलीकॉप्टर में नहीं उड़ान भर सकते. हम भी ऐसी ही नीति लाने पर विचार कर रहे हैं.'


13 जनवरी को हेलीकॉप्टर 10:20 बजे जुहू से उड़ा जिसे 10:58 बजे ओएनजीसी के उत्तरी क्षेत्र में पहुंचना था. लेकिन 10:30 के बाद कोई सिग्नल नहीं मिल पाया है.

उन्होंने कहा 'हमने दुर्घटना में मुंबई हाई नॉर्थ, NQ और वॉटर इंजेक्शन नॉर्थ (WIN) प्लेटफार्मों की स्थापना / स्थान प्रबंधक को खो दिया था.' उन्होंने कहा कि बीमार स्वास्थ्य के कारण अंतिम छोर पर छठे प्रमुख संचालन कार्यकारी को खराब उड़ान से बाहर कर दिया गया था.

ओएनजीसी ने इस साल जनवरी में अरब सागर में पवन हंस हेलिकाप्टर दुर्घटना की जांच के लिए रोटरी विंग सोसायटी आफ इंडिया को काम सौंपा है. सोसायटी जांच करेगी की क्या हेलिकाप्टर का रखरखाव ठीक नहीं होने की वजह से दुर्घटना घटी.