view all

राजस्थान की इस बस्ती में दलित अब इस्लाम को लगाना चाहते हैं गले

देश के ज्यादातर हिस्सों में अब शांति का माहौल है. लेकिन राजस्थान में अभी भी हालात बेहतर नहीं हो पाए हैं

FP Staff

एससी-एसटी एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ सोमवार को भारत बंद बुलाया गया. लेकिन किसे पता था कि आंदोलन हिंसक रूप ले लेगा और इसमें करीब 14 लोगों की मौत हो जाएगी और कई घायल हो जाएंगे. हालांकि देश के ज्यादातर हिस्सों में अब शांति का माहौल है. लेकिन राजस्थान में अभी भी हालात बेहतर नहीं हो पाए हैं. यहां के करौली जिले के हिंडौन कस्बे के जाटव बस्ती में हजारों अनुसूचित जाति के परिवार रहते हैं और वो अब अपना धर्म परिवर्तन कर लेना चाहते हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, यहां ऊंची जाती लोगों के हमले के बाद गुस्साए अनुसूचित जाती के लोग अंबेडकर की प्रतिमा के पास इक्ट्ठा हुए और सभी ने कहा कि अगर इस तरह के हमले जारी रहेंगे तो हम इस्लाम धर्म अपना लेंगे. अपने शर्ट उतारकर घाव दिखाते हुए अश्विनी जाटव ने कहा, हमें पीटने से पहले उन्होंने हमारे पहचान पत्र चेक किए, ताकि वो इस बात का पता लगा सकें कि हम दलित हैं या नहीं.


अश्विनी ने बताया कि हम पर हमला करने वाले ज्यादातर लोग हिंदू संगठनों से जुड़े हुए थे. लेकिन पुलिस इस बात से इनकार कर रही है. जाटव बस्ती के ही रहने वाले एक अन्य शख्स ने कहा कि हमने भारत बंद में हिस्सा लिया. लेकिन हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण था. ऊंची जाती के लोगों ने खासतौर पर हमें निशाना बनाया. वो हमारे खिलाफ एकजुट हुए. अगर ऐसा चलता रहा तो हमारे पास इस्लाम धर्म अपनाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचेगा.

आपको बता दें कि करौली जिले के हिंडौन कस्बे में रात में कर्फ्यू जारी रहेगा. हिंडौन कस्बे में उग्र भीड ने वर्तमान विधायक और पूर्व विधायक के घरों में आग लगा दी थी. प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए कस्बे में कर्फ्यू लगाया था. पुलिस ने कस्बे में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के बाद कर्फ्यू को जारी रखने का फैसला लिया है. करौली जिला कलेक्टर अभिमन्यु कुमार ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और कहीं से भी किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है.