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'वायब्रेंट गुजरात समिट' के लिए जीका वायरस संक्रमण की खबर को दबाया गया: रिपोर्ट

द हिंदू में छपी एक खबर के मुताबिक 'वायब्रेंट गुजरात समिट' की वजह से जीका वायरस के संक्रमण की खबर को दबाया गया

FP Staff

अहमदाबाद नगर निगम के जीका संक्रमण फैलने के बारे में अनजान रहने की खबर आने के बाद अब यह पता चला है कि इसके खतरे को जान बूझकर नजरअंदाज किया गया.

द हिंदू में छपी एक खबर के मुताबिक 'वायब्रेंट गुजरात समिट' की वजह से जीका वायरस के संक्रमण की खबर को दबाया गया.


रिपोर्ट में कहा गया है उस दौरान इसे लेकर अगर ट्रैवल एडवायजरी जारी किया गया जाता तो 'वायब्रेंट गुजरात समिट' पर इसका बुरा असर पड़ता. इसलिए इसे लेकर एडवायजरी जारी नहीं की गई. द हिंदू ने कहा कि उसके दो सूत्रों, जिनमें से एक स्वास्थ्य विभाग में गहरी पैठ रखता है, उसने इस बारे में पुष्टि की है.

अहमदाबाद में  10 से 13 जनवरी के बीच आठवां वायब्रेंट गुजरात समिट का आयोजन किया गया था (फोटो: फेसबुक से साभार)

वहीं दूसरी तरफ, गुजरात सरकार ने शुरू में जीका वायरस की खबर को छुपाने के आरोपों से इनकार किया था. राज्य के स्वास्थ्य सचिव जे पी गुप्ता ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा 'वो केवल कुछ मामले थे, जो एक दूसरे से जुड़े हुए नहीं थे. वो कोई महामारी नहीं थी, हमने नगर निगम को जीका वायरस के विशेष सैंपलों के टेस्ट पॉजीटिव होने की जानकारी यह सोचकर नहीं दी कि इससे अफरा-तफरी फैल जाएगी.

अहमदाबाद के औद्योगिक उप-नगरीय इलाके बापूनगर में एक पुरुष और दो महिलाओं में जीका वायरस का पता चला था. सबसे पहले, फरवरी, 2016 में एक बुजुर्ग में इसके लक्ष्णों का पता चला था. इसके बाद नवंबर में मां बनी एक महिला और सबसे हाल में, इसी साल जनवरी में एक गर्भवती महिला में इसके होने का पता चला था.

लैब जांच रिपोर्ट में तीनों मामलों में जीका वायरस होने की पुष्टि

बीते 26 मई को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने एक रिपोर्ट छापी थी जिसमें कहा गया कि '15 मई, 2017 के दिन भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की लैब जांच रिपोर्ट में तीनों मामलों में जीका वायरस होने की पुष्टि की थी.

जीका संक्रमण फैलने का पता चलने के बाद भी गुजरात सरकार ने अहमदाबाद नगर निगम को अलर्ट जारी नहीं किया.

अहमदाबाद नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल अफसर, भावीन जोशी ने आईएएनएस को बताया कि 'हमें इसके बारे में न तो स्वास्थ्य विभाग से और न ही राज्य सरकार से किसी तरह की जानकारी मिली. हाल-फिलहाल में जीका वायरस का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है.'

जीका वायरस के लिए अभी तक कोई टीका नहीं विकसित किया जा सका है

जीका के वायरस एडीज एजिप्टी मच्छर से फैलते हैं, जो डेंगू और चिकुनगुनिया के संक्रमण के लिए भी जिम्मेदार हैं.

जीका से पीड़ित महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे के विकृतियों के साथ पैदा होने की आशंका रहती है. बता दें कि अभी तक जीका वायरस का कोई इलाज नहीं खोजा जा सका है.