view all

आधार डेटा लीक: अखबार के खिलाफ एफआईआर पर यूआईडीएआई ने दी सफाई

यूआईडीएआई ने कहा है कि वह अपना काम कर रहा है, मीडिया या व्हिसलब्लोअर्स को टारगेट नहीं

FP Staff

हाल ही में एक अखबार ने आधार नंबर बिकने की खबर दी थी. यह खबर आने के बाद अखबार और पत्रकार दोनों के खिलाफ यूआईडीएआई ने एफआईआर दर्ज कराई थी. हालांकि अब इस मामले में यूआईडीएआई ने सफाई दी है. उसने कहा है कि पत्रकार के खिलाफ एफआईआर करके वह मीडिया को टारगेट नहीं कर रहा है. यूआईडीएआई का कहना है कि वह सिर्फ अपना काम कर रहा है.

यूआईडीएआई ने एक ट्वीट किया है, 'अंग्रेजी अखबार के खिलाफ एफआईआर करने के मायने ये नहीं है कि यूआईडीएआई मीडिया या व्हिसलब्लोअर्स को टारगेट कर रहा है.


क्या है मामला?

यूआईडीएआई के डिप्टी डायरेक्टर ने ट्रिब्यून और उसकी रिपोर्टर रचना खैरा के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है. रिपोर्ट में दावा किया था कि एक गिरोह लोगों के आधार से जुड़ी सभी निजी जानकारी मात्र 500 रुपए में लोगों को मुहैया करवाता है.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक FIR में अनिल कुमार, सुनील कुमार और राज का नाम भी शामिल है. खैरा ने ट्रिब्यून के लिए रिपोर्ट तैयार करते हुए इन्हीं लोगों से संपर्क किया था.

क्राइम ब्रांच के जॉइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इस मामले में FIR दर्ज कर ली गई है और शुरुआती जांच भी शुरू हो गई है. FIR क्राइम ब्रांच की साइबर सेल द्वारा IPC की धारा 419, 420, 468 और 471 साथ ही IT एक्ट की धारा 66 और आधार एक्ट की धारा 36/37 के अंतर्गत FIR दर्ज की गई है.

इससे पहले यूआईडीएआई ने इस प्रकार की किसी भी जानकारी के लीक होने की खबरों को खारिज किया था. यह चौथी बार है जब यूआईडीएआई ने इस प्रकार की कार्रवाई की है. सबसे पहले समीर कोचर, देबयान रॉय (सीएनएन-न्यूज़18) और सेंटर फॉर इंटरनेट एंड सोसाइटी पर भी यूआईडीएआई एफआईआर करवा चुका है.