आधार योजना के सूत्रधार नंदन नीलेकणि ने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी के युग में निजता के मामले में भारत की ‘स्थिति बहुत अच्छी’ है. उन्हें उम्मीद है कि सरकार की विशिष्ट पहचान संख्या योजना निजता के परीक्षण में सफलतापूवर्क पास होगी.
वाशिंगटन में चल रहे वैश्विक विकास केंद्र की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नीलेकणि ने कहा, ‘मुझे लगता है कि निजता के मामले में भारत की स्थिति बहुत अच्छी है.’
भारत की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस फर्म इंफोसिस के गैर कार्यकारी चेयरमैन ने कहा कि कई कार्यकर्ता उच्चतम न्यायालय गए और उन्होंने दावा किया कि यह निजता का उल्लंघन था. लेकिन ऐसा नहीं था.
उच्चतम न्यायालय के शानदार फैसलों में एक
निजता और आधार कार्ड पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने इसे उच्चतम न्यायालय के इतिहास में सबसे अच्छे फैसलों में से एक बताया.
नीलेकणि ने कहा, ‘अदालत ने एक बेहतरीन रूपरेखा तैयार की है. उसी समय अदालत ने कहा कि तकनीक और डिजिटल प्रौद्योगिकी सामाजिक प्रगति और नवोन्मेष के लिए महत्वपूर्ण सहायक है.’
एक सवाल का जवाब देते हुए नीलेकणि (62 साल) ने कहा कि नीति की दृष्टि से ‘यह स्पष्ट करना चाहिए’ कि तकनीक तक पहुंच ना होने के कारण किसी को इसके हक से वंचित नहीं किया जाना चाहिए.