जनता के चुने हुए नुमाइंदे उनके प्रति कितने संवेदनहीन होते हैं इसकी बानगी उत्तर प्रदेश के बांदा में देखने को मिली है.
शनिवार देर शाम को करनैलगंज-परसपुर मार्ग पर बाबागंज गोंनई गोसाईं पुरवा के पास योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के काफिले की गाड़ी से कुचलकर एक बच्चे की मौत हो गई. हैरानी की बात यह रही कि इस हादसे के बाद भी मंत्री का काफिला नहीं रूका. इससे स्थानीय लोग भड़क गए और उन्होंने परसपुर मार्ग को जाम कर दिया. नाराज लोगों ने मंत्री ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.
बताया जाता है कि गोसाईं पुरवा के रहने वाले विश्वनाथ का 8 साल का बेटा शिवा सड़क के किनारे खेल रहा था. इस दौरान मंत्री ओमप्रकाश राजभर का काफिला हूटर बजाते हुए वहां से निकला. बच्चा हूटर की आवाज सुनकर घबरा गया और भागने लगा जिससे वो काफिले के वाहन की चपेट में आ गया.
लोगों का आरोप है कि पुलिस पूरे मामले पर लीपापोती करने की कोशिश करती दिखी. लोगों ने बच्चे के शव को सड़क पर रखकर सड़क जाम कर दिया. हंगामा और प्रदर्शन की खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस लोगों से जबरदस्ती लाश हटवाने की कोशिश करती रही, जबकि लोग किसी जिम्मेदार अधिकारी को मौके पर बुलाने की बात कह रहे थे. लगभग एक घंटे जाम के बाद पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर कोतवाली ले आई.
करनैलगंज थाने की पुलिस ने बच्चे के पिता की शिकायत पर इस मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताते हुए मृतक बच्चे के परिवारवालों को 5 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने डीजीपी से इस मामले पर रिपोर्ट मांगा है. उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है.