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हिमाचल में चुनाव लड़ रहे 47% उम्मीदवार हैं करोड़पति: ADR

देश की तुलना में सामाजिक-आर्थिक मानकों के तहत हिमाचल की स्थिति ज्यादा बेहतर नहीं है

FP Staff

गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. प्रधानमंत्री से लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी तक रैली करने में जुटे हैं. गुजरात में जहां 12 दिसंबर मतदान करने की तारीख है, वहीं हिमाचल में 9 नवंबर को मतदान निपट जाएंगे. छोटा राज्य होने के चलते एक ही चरण में हिमाचल के चुनाव खत्म हो जाएंगे.

पहाड़ी राज्य होने के कारण वहां जनता की समस्याएं अलग हैं. देश की तुलना में सामाजिक-आर्थिक मानकों के तहत हिमाचल की स्थिति ज़्यादा बेहतर नहीं है. हिमाचल में आम आदमी की तनख्वाह सिर्फ 1,47,277 सालाना है जबकि ADR रिपोर्ट के मुताबिक, वहां चुनाव लड़ रहे 47% उम्मीदवार करोड़पति हैं.


आंकड़ों की नजर से देखें तो लिंगानुपात के मामले में हिमाचल की स्थिति भारत की तुलना में अच्छी नहीं है. भारत में एक हजार लड़कों पर लड़कियों की संख्या 914 है जबकि हिमाचल में ये आंकड़ा 906 है.

क्या है हिमाचल में बेरोजगारी दर?

बेरोजगारी की बात करें तो स्टेट एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज, दिसंबर 2016 की रिपोर्ट के मुताबिक, हिमाचल में 8,24,478 युवा बेरोजगार हैं. देश में जहां बेरोजगारी की दर 4.5% है तो हिमाचल में ये स्थिति 4.9% है. पहाड़ी राज्य होने के चलते रोजगार के अवसर यहां कम हैं. प्रदेश की ग्रोथ रेट की बात करें तो 2016-17 के दौरान ये 6.8% रही. जो बीते साल 2015-16 की तुलना में 1.3% कम रही.

हिमाचल में नामांकन की प्रक्रिया खत्म हो चुकी है. उम्मीदवार चुनाव प्रचार में जी जान से जुटे हैं. वहां चुनाव लड़ रहे कुल प्रत्याशियों में से 158 ऐसे हैं जो करोड़पति हैं.सबसे ज़्यादा करोड़पति नेता मैदान में उतारने वाली पार्टी कांग्रेस है. उसकी टिकट पर चुनाव लड़ने वाले ऐसे प्रत्याशियों की संख्या 59 है.

47 करोड़पति प्रत्याशी हैं मैदान में

बीजेपी  की बात करें तो उन्होंने इस बार 47 करोड़पति प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है. इसके बाद बसपा ने 9, CPI(M) ने 3 और सीपीआई ने 1 करोड़पति उम्मीदवार को अपना प्रत्याशी बनाया है.ADR की रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल चुनाव में ताल ठोंक रहे 16% प्रत्याशी ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 5 करोड़ से ऊपर है. वहीं 2 से 5 करोड़ संपत्ति वाले प्रत्याशियों की तादाद भी 16% है.

50 लाख से 2 करोड़ संपत्ति वाले उम्मीदवार की बात करें तो ये संख्या सबसे ज़्यादा 31% है. औसत संपत्ति वाले नेताओं की बात करें तो कांग्रेस 8.56 करोड़ के साथ सबसे आगे है. जबकि बीजेपी के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 5.31 करोड़ है.

किस उम्मीदवार की है की संपत्ति?

सबसे अमीर और सबसे गरीब की कसौटी पर उम्मीदवारों को कसा जाए तो ये मुकाबला काफी हैरान कर देने वाला है. हिमाचल विधानसभा चुनाव में ताल ठोंक रहे सभी उम्मीदवारों में सबसे अमीर चौपाल से बीजेपी प्रत्याशी बलवीर सिंह वर्मा हैं. उनकी कुल संपत्ति 90 करोड़ है. उनके बाद नंबर आता है शिमला ग्रामीण से चुनाव लड़ रहे विक्रमादित्य सिंह का. कांग्रेस के इस प्रत्याशी की कुल संपत्ति 84 करोड़ है.

निदर्लीय उम्मीदवारों में कांगड़ा से चुनाव लड़ रहे डॉ राजेश शर्मा के पास सबसे ज़्यादा संपत्ति है. उनकी कुल संपत्ति का आंकड़ा 74 करोड़ है. सबसे कम संपत्ति वाले नेताओं की बात करें तो उनका नाम नंद कुमार है. समाजवादी पार्टी की टिकट पर चुराह से चुनाव लड़ रहे नंद कुमार की कुल संपत्ति महज़ 1000 रुपए है. दूसरे नंबर पर हैं मंडी से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी चुड़ामणी, जिनकी संपत्ति महज 3 हजार है.

(न्यूज18 से साभार)