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JK: आतंकियों के डर से 6 पुलिस वालों ने वीडियो जारी कर दिया इस्तीफा

हिजबुल के आतंकी पुलिसवालों को नौकरी छोड़ने की धमकियां दे रहे हैं. आतंकियों के डर से छह पुलिसकर्मियों ने नौकरी छोड़ दी है

FP Staff

जम्मू कश्मीर में आतंकियों का खौफ लोगों में ही नहीं बल्कि अब पुलिसवालों में भी देखने को मिल रहा है. आतंकियों द्वारा शोपियां इलाके से अगवा किए गए चार पुलिसकर्मियों में से तीन के शव शुक्रवार को मिलने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है.

वहीं अब इस घटना के बाद एक-एक कर पुलिस वालों के इस्तीफे सामने आ रहे हैं. हिजबुल के आतंकी पुलिसवालों को नौकरी छोड़ने की धमकियां दे रहे हैं. आतंकियों के डर से छह पुलिसकर्मियों ने नौकरी छोड़ दी है. नौकरी छोड़ने वालों में शबीर अहमद, इरशाद बाबा, तजामुल हुसैन, नवाज अहमद का नाम शामिल है. पुलिसकर्मियों ने वीडियो बयान जारी कर नौकरी छोड़ी है. वहीं इससे पहले पुलिसवालों को अगवा करने के पीछे हिजबुल कमांडर रियाज नायकू का नाम सामने आ रहा है.


कौन है रियाज नायकू

कश्मीर में बुरहान वानी की मौत के बाद रियाज अहमद नायकू हिजबुल कमांडर बना था. वो पहले भी कई बार पुलिसवालों को धमकी दे चुका है. नायकू दक्षिणी कश्मीर में सक्रिय सबसे पुराने आतंकवादियों में से एक है. उसके बारे में पुलिस का कहना है कि वह पिछले 54 महीनों से इसलिए बचा हुआ है क्योंकि वह किसी पर भरोसा नहीं करता यहां तक कि अपने कमांडरों पर भी नहीं. 29 साल का नायकू हल्की दाढ़ी रखने वाला एक लंबा छरहरा युवक है जो किसी स्कूल का शिक्षक नजर आता है. नायकू आतंकवादियों की उस जमात का हिस्सा है जो कश्मीर घाटी में आतंकवाद की नई धारा के प्रति समर्थन जुटाने में सोशल मीडिया की ताकत पर भरोसा करता है.

पुलवामा जिले में अवंतीपोरा शहर के पास दुरबुग गांव का रहने वाला नायकू पहले हिज्बुल मुजाहिदीन का जिला कमांडर था. हिज्बुल मुजाहिदीन से जाकिर मूसा के नाता तोड़ने के बाद अब नायकू के इस संगठन का मुखिया बनने की पूरी संभावना है. नायकू को ए प्लस प्लस श्रेणी के आतंकवादी के दर्जे में रखा गया है और उसके सिर पर 12 लाख रुपए का इनाम है.