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फिल्म वितरक का दावा- 'मेर्सल की कमाई के आंकड़े झूठे हैं'

वी टाकीज को दिए एक इंटरव्यू में फिल्म वितरक रामानाथन ने कहा कि मेर्सल को ज्यादातर कलेक्शन जानबूझकर खड़े किए गए विवाद की वजह से मिला है

FP Staff

विवादों में घिरी फिल्म मेर्सल को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. दक्षिण भारत के सुपर स्टार अभिनेता विजय की इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी खासी कमाई की है. यह भी अफवाह है दिवाली के दिन रिलीज हुई इस फिल्म ने दुनियाभर से लगभग 200 करोड़ की कमाई की है. अगर ये आंकड़े सही हैं तो रजनीकांत की फिल्म इंथिरन के बाद यह दूसरी तमिल फिल्म है, जिसने इतनी कमाई की है.

लेकिन मेर्सल के बॉक्स ऑफिस पर की गई कमाई पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. दक्षिण भारत के जाने-माने फिल्म वितरक और चेन्नई के एक लोकप्रिय शॉपिंग मॉल के मालिक अबिरामी रामानाथन ने कहा है कि मेर्सल की कमाई के दावों के पीछे कोई विश्वसनीय सबूत नहीं हैं.


कमाई का पुराना हथकंडा अपना रहे हैं मेर्सल के निर्माता

वी टाकीज को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि मेर्सल को ज्यादातर कलेक्शन जानबूझकर खड़े किए गए विवाद की वजह से मिला है. कमाई करने का यह हथकंडा बहुत पहले से इस्तेमाल होते रहा है.

उन्होंने कहा कि मैं इस इंडस्ट्री में 1976 से हूं. हम तभी से ऐसे लोगों को नियुक्त करते थे जो लोगों को ऊंचे दामों पर फिल्म के टिकट बेचते थे. दाम अधिक होने की वजह लोगों के भीतर यह उत्सुकता पैदा होती थी कि यह कैसी फिल्म है, जिसके टिकट के दाम इतने महंगे हैं. इससे लोग फिल्म देखने के लिए आते थे.

उन्होंने कहा कि मेर्सल की कमाई को 200 करोड़ की बताना कुछ तरह की रणनीति है ताकि लोग सिनामघरों में फिल्म देखने आएं. बॉक्स-ऑफिस के कलेक्शन के बारे में खुलकर बताया जाता है क्योंकि कोई भी इसकी

विश्वसनीयता पर संदेह नहीं करता है. रामानाथन ने आगे कहा कि एक वितरक होने के नाते मैं कह सकता हूं कि जब तक यह फिल्म थिएटर में चलेगी तब तक इसके निर्माता इसकी कमाई के बारे में नहीं बताएंगे.

मेर्सल फिल्म को लेकर विवाद तब शुरू हुआ था जब इसके एक सीन में जीएसटी की आलोचना को लेकर बीजेपी ने आपत्ति जाहिर की थी और फिल्म से इस सीन को हटाने की मांग की थी.