view all

सुप्रीम कोर्ट : पहले हुई स्वामी ओम की जमकर पिटाई, अब लगा 10 लाख का जुर्माना

स्वामी ओम ने दीपक मिश्रा को सुप्रीम कोर्ट के नए चीफ जस्टिस नियुक्त किए जाने का विरोध किया था, हाल ही में उनकी ट्रिपल तलाक का विरोध करने पर भी जमकर पिटाई हुई थी

Rajni Ashish

रियलिटी शो ‘बिग बॉस 10’ के विवादित कंटेस्टेंट रहें स्वामी ओम की एक बार फिर सुर्खियों में हैं. हाल ही में स्वामी ओम की सुप्रीम कोर्ट परिसर में सुप्रीम कोर्ट के तीन तलाक पर रोक लगाने के फैसले का विरोध करने पर कुछ लोगों ने जमकर पिटाई कर दी थी. अब सुप्रीम कोर्ट ने बाबा स्वामी ओम पर 10 लाख रुपए का आर्थिक जुर्माना लगाया है. आपको बता दें कि स्वामी ओम ने दीपक मिश्रा को सुप्रीम कोर्ट के नए चीफ जस्टिस नियुक्त किए जाने का विरोध किया था.


चीफ जस्टिस जे. एस. खेहर और जस्टिस डी. वाई. चन्द्रचूड़ वाली पीठ ने कहा कि स्वामी ओम और मुकेश जैन पर नजीर पेश करने वाला जुर्माना लगाना आवश्यक था, ताकि उनके जैसे अन्य लोगों तक संदेश पहुंचे और वह ऐसी याचिकाएं दायर करने से बचें.

कोर्ट ने इस याचिका को सिरे से खारिज कर दिया. न सिर्फ याचिका खारिज की गई बल्कि इसे ओछी हरकत मानते हुए स्वामी ओम पर 10 लाख का आर्थिक जुर्माना भी लगाया गया.

पीठ ने आदेश दिया कि यदि याचिका दायर करने वाले जुर्माना भरने में असफल रहते हैं तो, एक महीने बाद फिर से मामले की सुनवाई की तिथि तय की जाए.

जब स्वामी ओम की वजह से कोर्ट में लगे ठहाके

रिपोर्ट के मुताबिक जब जजों ने स्वामी ओम से पूछा कि उन्होंने ये मामला पहले क्यों नहीं उठाया, तो उन्होंने जस्टिस खेहर से कहा, ''मैं आपकी नियुक्ति होने के वक़्त से ये मामले में विरोध दर्ज करा रहा हूं.''

स्वामी ओम की बात पर अदालत में ठहाके गूंज उठे.

जस्टिस खेहर ने स्वामी ओम की याचिका को लोकप्रियता के लिए किया गया स्टंट बताया तो उन्होंने जवाब में कहा, ''भगवान की कृपा से मुझे पब्लिसिटी स्टंट की जरुरत नहीं क्योंकि दुनिया भर में मेरे 50 करोड़ अनुयायी हैं.''

उन्होंने ये भी कहा कि वो किसी पर व्यक्तिगत आक्षेप नहीं लगा रहे हैं. इस पर अदालत ने कहा कि अगर वो अपनी दलीलों से उसे संतुष्ट नहीं करते तो उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है.

जजों की पीठ ने पूछा कि क्या याचिका दाखिल करने से पहले उन्होंने कोई कानूनी किताब या दस्तावेज पढ़ा था, इस पर स्वामी ओम ने कहा, ''मैं कोई वकील नहीं हूं, सामान्य आदमी हूं.''

अदालत ने ये भी जानना चाहा कि उनकी आजीविका का स्रोत क्या है. स्वामी ओम ने बताया कि वो धार्मिक उपदेश देते हैं और उन्हें डोनेशन भी मिलती है.

क्या लोग उनके पास खुद ही आते हैं, स्वामी ने कहा, ''मैं बिग बॉस के शो में रहा हूं. उसके बाद मुझे अपने बारे में बताने की ज़रूरत नहीं पड़ती.''

उनकी बातें और दलीलें सुनने के बाद अदालत ने याचिका ख़ारिज कर दी और स्वामी ओम पर 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया.

इस पर स्वामी ओम ने कहा, ''मेरे पास 10 रुपए भी नहीं, मैं 10 लाख रुपए कहां से लाऊंगा.''

जस्टिस खेहर ने कहा, ''आपके 50 करोड़ भक्त हैं. सभी से 1-1 रुपया भी लेंगे तो कितना पैसा हो जाएगा.''

ट्रिपल तलाक का विरोध करने पर हुई पिटाई

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को तीन तलाक पर रोक लगाने का ऐतिहासिक फैसला सुनाया. इसके बाद कोर्ट परिसर में जब ओम बाबा ने मीडिया से बातचीत करते हुए तीन तलाक पर टिप्पणी की तो वहां मौजूद लोगों ने उन्हें और उनके एक साथी की पिटाई करनी शुरू कर दी.

दरअसल सुप्रीम कोर्ट परिसर में पहुंचकर स्वामी ओम मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जे एस खेहर समेत पांचों जजों के फैसले को गलत बताने लगे. स्वामी ओम का कहना था कि, सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद पुरुषों की आजादी खतरे में पड़ जाएगी और इससे महिलाओं को और भी आजादी मिल जाएगी.

यहां तक कि स्वामी ये भी कहने लगे कि अब ट्रिपल तलाक के फैसले के लिए वो 25 करोड़ मुसलमानों को इक्ठ्ठा कर रहे हैं और फैसले के खिलाफ आंदोलन करेंगे. ओम बाबा ने इसके साथ ही कहा कि अगले मुख्य न्यायाधीश के शपथ ग्रहण पर भी रोक होनी चाहिए क्योंकि उन्हें अगला मुख्य न्यायधीश बनाना गलत फैसला है.

उनकी बात से आस-पास खड़े लोग भड़क गए और स्वामी ओम से धक्का-मुक्की के अलावा उनके साथी की जमकर पिटाई कर दी. कोर्ट सुरक्षा में लगी पुलिस ने मौके पर आकर स्वामी ओम को बाहर निकाला और सुप्रीम कोर्ट के बाहर छोड़ दिया. आप भी देखिये ये वीडियो

हाल ही में हुई थी गिरफ्तारी

हाल ही में दिल्ली पुलिस की इंटर स्टेस सेल क्राइम ब्रांच ने भजनपुरा इलाके से स्वामी ओम को गिरफ्तार कर लिया था. स्वामी ओम की गिरफ्तारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस वीडियो में पुलिस अधिकारी स्वामी ओम को अपने साथ ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. स्वामी पर आरोप है कि वो चोरी करने के मकसद से जबरन किसी के घर में घुस गए थे. इसके अलावा उनपर गैर कानूनी तरीके से हथियार रखने जैसे गंभीर आरोप भी दर्ज हैं. स्वामी ओम की गिरफ्तारी का वीडियो आप नीचे देख सकते हैं

कई बार पिट चुके हैं स्वामी ओम  

कुछ समय पहले स्वामी ओम की दिल्ली में एक सभा में भीड़ ने सरेआम पिटाई कर दी थी. कुछ दिनों पहले ही स्वामी ओम की सार्वजनिक तौर पर पिटाई का एक वीडियो सामने आया था.

वीडियो में स्वामी ओम को महिलाएं दौड़ा दौड़कर मार रही हैं. दरअसल दिल्ली के जंतर मंतर पर नेशनल पैंथर पार्टी अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर सोमवार को हुए हमले के विरोध में प्रदर्शन कर रही थी.यहां स्वामी ओम बिना बुलावे के ही अपने सहयोगी मुकेश जैन के साथ पहुंच गए. स्वामी के पहुंचते ही कुछ महिलाओं ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया. एक महिला ने स्वामी ओम को तमाचा भी जड़ दिया. इसके बाद स्वामी खुद को बचने के लिए भागने लगे वहीं महिलओं ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. स्वामी ओम की पिटाई का वीडियो नीचे देखें.

इससे पहले भी दिल्ली के रणहौला इलाके विकास नगर में स्वामी ओम की पिटाई हुई थी. भीड़ ने ना सिर्फ ओम की पिटाई की बल्कि उनकी कार को भी क्षति पहुंचाई. कार्यक्रम के आयोजकों ने स्वामी ओम को मंच पर अपने विचार रखने के लिए आमंत्रित किया गया था. लेकिन स्वामी ओम की यहां पिटाई कर दी गई. स्वामी ओम की पिटाई का वीडियो नीचे देखें.