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सोनम कपूर को 'ट्रोल' करने वालों पहले पढ़ना-लिखना सीखो...

मेरा इन ट्रोल्स से एक ही अनुरोध है- जो भी कर रहे हो छोड़ दो और स्कूल चले जाओ

Pawas Kumar

बचपन में निबंध लिखता था कि भारत एक कृषि प्रधान देश है. सोच रहा हूं अब इसमें रिवीजन की जरूरत है- भारत एक ट्रोल प्रधान देश है.

बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर को हाल में ही उनके एक लेख के लिए जमकर ट्रोल किया गया है. सोनम ने यह आर्टिकल हिंदुस्तान टाइम्स की 'लेट्स टॉक अबाउट ट्रोल्स' सीरीज के लिए लिखा था. विडंबना देखिए कि ट्रोंलिग और ऑनलाइन परेशान करने वालों के खिलाफ लिखा गया यह लेख ही ट्रोलिंग का शिकार बन गया.


सोनम के लेख की कुछ लाइंस ऑनलाइन शेयर की गई थीं.

इन लाइंस को पढ़ने के बाद लोगों ने सोनम को यह सिखाना शुरू कर दिया कि हमारे राष्ट्रगान में 'हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई' जैसी कोई लाइन ही नहीं है.

उनके कोट और राष्ट्रगान के बोल की तस्वीरें धड़ाधड़ सोशल मीडिया पर शेयर होने लगी. ट्रोल्स ने फिर साबित करना चाहा कि उनकी सोच पर सवाल उठाने वाली दरअसल एक 'मूर्ख हीरोइन' है जिसे कुछ आता-जाता नहीं.

मेरा इन ट्रोल्स से एक ही अनुरोध है- जो भी कर रहे हो, छोड़ दो और फिर से स्कूल चले जाओ. क्योंकि आपको ऑनलाइन लिखना भले आता हो, पढ़ना तो नहीं आता है. अगर आता तो सोनम के कोट को जरा ध्यान से पढ़ते. देखते कि शेयर की गई तस्वीर में 'जरा अपने राष्ट्रगान को एक बार फिर सुनिए' और 'बचपन में सुनी हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई वाली बात' के बीच के तीन बिंदु नजर हैं. अगर आप थोड़े और पढ़े-लिखे होते तो सोनम का मूल आर्टिकल पढ़ते. जहां आपको साफ नजर आता कि इन दोनों बातों के बीच एक पूरा का पूरा अदद फुलस्टॉप है.

सोनम के लेख पर आया रिएक्शन साबित करता है कि ऑनलाइन ट्रोलिंग की समस्या कैसी है. जहां पढ़े-लिखे अनपढ़ इंटरनेट की नकाबपोशी का फायदा उठाते हुए किसी को भी निशाने पर ले लेते हैं. क्या ये लोग अपनी कॉलेजों की किताबें या ऑफिस की रिपोर्ट को भी इसी 'सावधानी' के साथ पढ़ते हैं? क्या ये असल जिंदगी में भी ऐसे ही तुरत-फुरत प्रतिक्रिया देते हैं? अगर हां, तो ये समाज की 'प्रॉडक्टिविटी और सैनिटी' के लिए बड़ा खतरा हैं. वक्त आ गया है कि असल जिंदगी की तरह ऑनलाइन गलतियों के लिए भी सजा तय की जाए.

सोनम को आप पसंद करें न करें, एक बात तो है कि वह फिलहाल हमसे-आपसे ज्यादा समझदार दिखाई दे रही हैं. ट्रोलिंग पर उनकी प्रतिक्रिया भी इसका एक उदाहरण है.

उम्मीद है ट्रोलर्स इस ट्वीट को ध्यान से पढ़ेंगे. और अगली बार किसी को ट्रोल करने से पहले जरा सोचेंगे.