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Omg: बिग बॉस हाउस पर गिरी नगरपालिका की गाज, नोटिस भेजकर मांगा जवाब  

बिग बॉस को प्रोड्यूस करने वाली प्रोडक्शन कंपनी को लोनावाला नगरपालिका ने नॉटिस जारी किया है

Akash Jaiswal

कलर्स चैनल के सबसे चर्चित टीवी रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ को लोनावाला महानगरपालिका ने नॉटिस जारी किया है. नगरपालिका का आरोप है कि इस शो के मेकर्स ने शूटिंग लोकेशन के आसपास कचरे का ढेर लगा रखा है. साथ ही अवैध तरीके से निर्माण भी कराया गया है.

इस संदर्भ में नगरपालिका ने इस शो को प्रोड्यूस करने वाली कंपनी एंडेमोल इंडिया के सर्वेश सिंह और एबीसी बियरिंग्स लिमिटेड को महाराष्ट्र रीजनल टाउन प्लानिंग एक्ट 1966 के तहत नोटिस भेजा है. लोनावाला के सोशल वर्कर जॉन जोसफ जो की पेशे से एक बिल्डर भी हैं, उन्होंने इस शो के मेकर्स द्वारा इसके शूटिंग लोकेशन पर कई बातों की अनदेखी करने की शिकायत लोनावाला नगरपालिका से की थी जिसके बाद ये कार्यवाई की गई.


इस बारे में मिड-डे से बात करते हुए जॉन ने कहा, “उस क्षेत्र में अवैध निर्माण की जानकारी इकट्ठा करते समय मुझे पता चला कि बिग बॉस के मेकर्स भी इसमें शामिल हैं. मैंने फौरन नगरपालिका से बात की. बिग बॉस के ऑर्गनाइजर्स को तय लोकेशन पर 31 अगस्त, 2015 से लेकर 31 जुलाई, 2018 तक शूटिंग करने की अनुमति दी गई थी. इसी के साथ उन्हें कुछ नियमों का पालन करने को कहा गया था. जैसे इस लोकेशन पर अवैध निर्माण का ना करना, वेट वैस्ट को मैनेज करने के लिए एक प्रॉपर सैनिटेशन का काम करवाना, आग से निपटने के लिए फायर फाइटिंग इक्विपमेंट्स इनस्टॉल करवाना. लेकिन इन्होंने कई चीजों पर ध्यान भी नहीं दिया है. यहां तक कि ये लोग वेट वैस्ट को भी इंद्रायणी नदी में बहने के लिए छोड़ देते हैं. जिससे ये नदी अब दूषित हो रही है.”

इस शिकायत पर लोनावाला म्युनिसिपल कारपोरेशन के अफसरों ने शूटिंग लोकेशन का मुआयना करके 31 अक्टूबर को एक रिपोर्ट सबमिट की थी. ई बारे में बात करते हुए एक अफसर ने कहा, “इन्होंने शूटिंग स्पॉट पर दो टॉयलेट ब्लॉक्स बनाए हैं. एक जगह औरतों के लिए तीन टॉयलेट्स है तो वहीं मेल मेंबर्स के लिए चार टॉयलेट्स हैं. भले ही इन्होंने फायर फाइटिंग इक्विपमेंट इनस्टॉल करवाया है लेकिन इसे चलाने के लिए किसी को भी ट्रेन नहीं किया गया है और ना ही इनके पास कोई फायरमैन मौजूद है. इसलिए क्लॉज 7 के अनुसार इन्हें नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट दिया गया था. इन्हें वेट वास्ते को ट्रीट करने के लिए एक प्लांट बानाने को कहा गया था लेकिन इन्होंने वो भी नहीं किया और सारा कचरा नदी में बहा रहे हैं.”

इस मामले में अब इसके मेकर्स को एक नोटिस जारी करके 32 दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है. साथ ही इन्हें 2 टॉयलेट ब्लॉक्स को तोड़ने का आदेश दिया गया है.