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राज कपूर: स्पॉटबॉय से शोमैन तक का सफर

राज कपूर के जन्मदिन पर सुनिए उनके कुछ कभी न भूलने वाले गीत.

FP Staff

राज कपूर यानी हिंदी सिनेमा के शोमैन की जगह फिल्मी इतिहास में निराली है.

एक सफल एक्टर के बेटे होने के बाद भी राज कपूर ने 17 साल की उम्र में रंजीत मूवीकॉम और बांबे टॉकीज फिल्म प्रोडक्शन कंपनी में स्पॉटबॉय का काम शुरू किया था. फिर वह अभिनेता और निर्माता-निर्देशक बन गए. राज कपूर को अभिनय पिता पृथ्वीराज से विरासत में ही मिला था.


14 दिसंबर 1924 को पेशावर में जन्मे राज कपूर की स्कूली शिक्षा कोलकाता में हुई थी. वैसे पढ़ाई में उनका मन कभी नहीं लगा और 10वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी होने से पहले ही उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी.

राज कपूर को मनोरंजन जगत में उनके अपूर्व योगदान के लिए 1971 में पद्मभूषण से विभूषित किया गया. साल 1987 में उन्हें सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान 'दादा साहब फाल्के पुरस्कार' से भी सम्मानित किया गया था. 1960 में फिल्म 'अनाड़ी' और 1962 में 'जिस देश में गंगा बहती है' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार दिया गया. 1965 में 'संगम', 1970 में 'मेरा नाम जोकर' और 1983 में 'प्रेम रोग' के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का फिल्मफेयर पुरस्कार दिया गया था.

राज कपूर की फिल्मों के कई गीत बेहद लोकप्रिय हुए. उनके जन्मदिन के मौके पर सुनिए उनके कुछ कभी न भूलने वाले गीत: