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BIRTHDAY SPECIAL : सब्र किया होता तो हीरो बनता विलन नहीं : प्रेम चोपड़ा 

बॉलीवुड के मंझे हुए कलाकार प्रेम चोपड़ा आज 82 साल के हो गए हैं

Sunita Pandey

एक विलन के तौर पर अभिनेता प्रेम चोपड़ा ने दर्शकों की जितनी वाहवाही लूटी, उतनी प्राण के बाद शायद ही किसी और को नसीब नहीं हुई. लेकिन प्रेम चोपड़ा कभी विलन नहीं बनना चाहते थे. 23 सितंबर 1935 को लाहौर में जन्मे प्रेम चोपड़ा की तमन्ना फिल्मों में हीरो बनने की थी, लेकिन काम ना मिलने और मेहबूब साहब की फिल्म शुरू होने में देर होने के कारण उनपर हमेशा के लिए विलन का ठप्पा लग गया.

हीरो बनते-बनते विलन बने प्रेम चोपड़ा


बकौल प्रेम चोपड़ा, "मेहबूब साहब उस वक्त ‘सन ऑफ इंडिया’ शुरू कर चुके थे. वे अपनी अगली फिल्म में उन्हें हीरो लेना चाहते थे. लेकिन उनकी फिल्म शुरू नहीं हो पा रही थी और मेरे सब्र का पैमाना छलका जा रहा था. इस दौरान ‘वह कौन थी’ में विलन का रोल मिल गया. मैंने वह स्वीकार कर लिया और इस प्रकार विलन बन गया. फिल्म ‘वह कौन थी’ में विलेन बनने के पश्चात जब महबूब साहब ने फिल्म देखी तो बहुत नाराज हुए और कहने लगे अगर तुम इंतजार करते तो मैं तुम्हें हीरो बना देता, लेकिन अब जबकि तुम विलन बन गए हो तो अब तुम्हें हीरो के रोल में नहीं ले सकता. उस वक्त मैं मजबूर था और अधिक इंतजार नहीं कर सकता था. दरअसल शुरू में कलाकार की कोई पसंद नहीं होती, उस समय वह केवल काम चाहता है और मुझे इस फिल्म के बाद विलन के रोल मिलने लगे और मैं विलन बन गया. आजतक 70-80 फिल्मों में विलन की भूमिका निभा चुका हूं. जिनमें से चालीस-पचास सिल्वर जुबिली और चार-पांच गोल्डन जुबिली फिल्में है."

विलन के रूप में जम गए प्रेम चोपड़ा

प्रेम चोपड़ा के समकालीन विनोद खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा ने भी फिल्मों में बतौर विलन ही अपनी शुरुआत की थी, लेकिन बाद में उन्होंने विलन का चोला उतार दिया और हीरो बन गए. प्रेम चोपड़ा ने ऐसी कोशिश नहीं की. प्रेम चोपड़ा के मुताबिक, "कोशिश तो की थी लेकिन कामयाबी नहीं मिली. विलन के तौर पर जम जाने के बाद मैंने जोखिम उठाना भी सही नहीं समझा. हालांकि मैं यह समझता हूं कि रजतपट पर हीरो का रोल निभा लेना आसान है, किंतु खलनायक का रोल करना उतना ही मुश्किल है. इसलिए मुश्किल काम को आसान करने में अब तक व्यस्त हूं."

को-ऑपरेट नहीं करती थी अभिनेत्रियां

फिल्मों में प्रेम चोपड़ा पर काफी रेप सीन फिल्माए गए. ऐसे दृश्यों की लोकप्रियता के कारण निर्देशक जबरन उनकी फिल्मों में रेप सीन्स ठूंसने लगे और अभिनेत्रियां उनके साथ काम करने से कतराने लगी. प्रेम चोपड़ा के मुताबिक, "'ऐसे सीन्स में मुझे भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. ज्यादातर अभिनेत्रियां को-ऑपरेट नहीं करती थी. यदि फिल्म में वास्तविकता लानी होती है तो हीरोइन जरूर को-ऑपरेट करती है,जैसे-मुमताज, हेमा मालिनी, बिंदू आदि अभिनेत्रियां बड़ी को-ऑपरेटिव हैं, लेकिन ऐसी भी हैं जो का-ऑपरेट नहीं करती. मैं ऐसी लड़कियों के नाम नहीं लूंगा, लेकिन इतना जरूर है जो लड़कियों का-ऑपरेट नहीं करती उनमें खुद दम नहीं होता और वे एक्ट्रेस नहीं होती और ना इस जन्म में कभी एक्ट्रेस बन पायेंगी." प्रेम चोपड़ा कहते हैं कि, "दरअसल, अभिनय करने के लिए कैरेक्टर में खो जाना पड़ता है. मैं जब भी अभिनय करता हूं, तो भूल जाता हूं कि मैं प्रेम चोपड़ा हूं."

प्रेम चोपड़ा की अधूरी ख्वाहिश

शक्ति सामंत, मनोज कुमार, राजकपूर, बी.आर.चोपड़ा आदि जैसे निर्देशकों को अपना प्रिय निर्देशक मानने वाले प्रेम चोपड़ा की ख्वाहिश थी कि ऋषिकेश मुखर्जी और गुलजार के साथ भी काम करने का मौका मिले. प्रेम चोपड़ा के मुताबिक, "ऋषि दा ने मुझे वचन दिया है कि वे मुझे अपनी एक फिल्म में बतौर कॉमेडियन ब्रेक देंगे, ताकि मेरे इमेज को तोड़ सके." वो बताते हैं कि कुछ निर्देशकों का ख्याल है कि मैं जैकलेमन की तरह कॉमेडी रोल में अधिक जौहर दिखा सकता हूं. लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. आज भी प्रेम चोपड़ा गुलजार के साथ काम करना चाहते हैं.