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पनामा के बाद पैराडाइज पेपर का खुलासा, अमिताभ ने विदेशों में कहां-कहां छुपा रखा है पैसा!

मैं देश का जिम्मेदार नागरिक हूं, जांच में हर संभव करूंगा सहयोग

Arbind Verma

अमिताभ बच्चन इन दिनों सुर्खियों में छाए हुए हैं. पनामा पेपर्स लीक मामले के बाद अब उनका नाम पैराडाइज पेपर लीक मामले में सामने आया है.


पहले आपको बता दें कि पनामा पेपर लीक मामला आखिर है क्या?

इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक,  पनामा पेपर्स दुनिया भर के कई राजनीतिक और फिल्मी हस्तियों, खिलाड़ियों और अपराधियों के वित्तीय लेन-देन की कलई खोलने का काम करता है. इन दस्तावेजों में करीब 500 भारतीयों के नाम हैं. आपको बताते चलें कि अमेरिका के एक एनजीओ के खोजी पत्रकारों का अंतर्राष्ट्रीय महासंघ की अहम भूमिका है जिन्होंने पनामा पेपर्स लीक मामले को दुनिया के सामने उजागर किया और कई अहम दस्तावेज भी सामने लाए. इस जांच-पड़ताल में कई नामचीन लोगों के नाम सामने आए हैं. जांच में जो डेटा सामने आया है वो बीते 1977 से लेकर 2015 तक यानि 40 सालों का है. पनामा के लॉ फर्म मौसैक फॉन्सेका से लीक हुए इन दस्तावेजों में 500 भारतीयों का नाम है, जिसमें से 300 नामों की पुष्टि की जा चुकी है.

क्यूं आया महानायक अमिताभ बच्चन इस लीक में नाम?

पैराडाइज पेपर ने कहा है कि, ‘2000-2002 के बीच काला धन सेट कराने वाली फर्मों की मदद से बरमूडा नाम की एक फर्जी मीडिया कंपनी बनाई गई जिसके अमिताभ शेयरहोल्डर बने थे. ये वही समय था जब अमिताभ अपनी आर्थिक तंगी से पूरी तरह उबर चुके थे और उसी के बाद केबीसी के पहले सीजन को उन्होंने होस्ट किया था. और गौर करने वाली बात ये है कि सिलिकॉन वैली के वेंचर और नवीन चड्ढा, अमिताभ के साथ इस फर्जी कंपनी के साझेदार बने थे’. 2000 में ये कंपनी खुली और 2005 में बंद हो गई. इंडियन एक्सप्रेस के जरिए ये भी बाताया गया है कि इस कंपनी को बंद करने से पहले इसे दिवालिया घोषित कर दिया गया था.

अमिताभ ने खुलकर दी आरोपों पर सफाई

अमिताभ ने कहा कि, ‘वो पहले भी एक ऐसे ही मामले का शिकार हो चुके हैं. वो भारत के एक जिम्मेदार नागरिक हैं, और जो भी जांच होती है उसमें वो हमेशा सहयोग करेंगे.’