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Kitaab Movie: "किताब" इस दौर की बेहद जरूरी फिल्म है: अभिनेता पंकज त्रिपाठी

यह स्क्रीनिंग लेजेंडेरी अभिनेता को श्रधांजलि स्वरूप की गई. “किताब” फिल्ममेकर कमलेश के मिश्र की पहली शॉर्ट फिल्म है. दुर्भाग्यवश फिल्म के पोस्ट प्रडक्शन के दौरान ही टॉम ऑल्टर का देहांत हो गया

Ankur Tripathi

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता स्वर्गीय टॉम ऑल्टर की आखिरी फिल्म “किताब” की विशेष स्क्रीनिंग मुंबई के द व्यू थीयटर में हुईं, जिसमें फिल्म जगत की नामी हस्तियां पहुंची. कमलेश के मिश्र की अवॉर्ड विनिंग शॉर्ट फिल्म “किताब” देखने पहुंचे अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने इस फिल्म पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि “किताब इस दौर की बेहद ही जरुरी फिल्म है. यह सच है की मोबाइल और दूसरे गैजेट हमारे वक्त पर कब्जा जमा चुके हैं और ऐसे में किताबों के लिए स्पेस और वक्त दोनों कम पड़ गया है” पंकज ने आगे कहा कि “किताब हर स्कूल और कॉलेज में दिखाई जानी चाहिए ताकि नई पीढ़ी जीवन में किताबों के महत्व को समझे.

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा '' मैं जीवन में जो कुछ हूं उसमें किताबों का बड़ा योगदान है. डिरेक्टर कमलेश के मिश्र के साथ अपने जुड़ाव को याद करते हुए पंकज ने कहा कि हम दोनों के रिश्ते में भी किताब एक कड़ी है. पंकज ने बताया कि उनके दादा जी हिंदी के प्रफेसर रहे और डिरेक्टर कमलेश मिश्र कॉलेज में उनके छात्र रह चुके हैं.

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यह स्क्रीनिंग लेजेंडेरी अभिनेता को श्रधांजलि स्वरूप की गई. “किताब” फिल्ममेकर कमलेश के मिश्र की पहली शॉर्ट फिल्म है. दुर्भाग्यवश फिल्म के पोस्ट प्रडक्शन के दौरान ही टॉम ऑल्टर का देहांत हो गया. कमलेश ने यह फिल्म टॉम ऑल्टर को समर्पित की है. 25 मिनट यह फिल्म किताब एक ऐसे लायब्रेरीयन की कहानी है जो ताउम्र किताबों से, अपनी लाइब्रेरी से और पाठकों से प्यार करता है. लेकिन इलेक्ट्रॉनिक गजेट्स के प्रभाव में जब किताब के पाठक लाइब्रेरी और किताबों से लगातार दूर होते जाते हैं तब वह बेचैन हो उठता है."