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कैसे ब्लैकमेल करते थे फिल्ममेकर्स?, पढ़िए पहलाज निहलानी की जुबानी

पहलाज निहलानी ने बताया कि जब उन्होंने सीबीएफसी चीफ का पद संभाला तो यहां करप्शन और प्रेशर था

Bharti Dubey

सेंसर बोर्ड चीफ के पद से बर्खास्त किए गए पहलाज निहलानी ने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को लेकर कई खुलासे किए हैं. इससे पहले उन्होंने स्मृति ईरानी पर अपना निशाना साधा था और कहा था कि ‘इंदु सरकार को पास करवाने के लिए उन्होंने दबाव डाला था.'

अब पहलाज ने सेंसर बोर्ड के काम करने के तरीकों को लेकर सीबीएफसी की पोल खोली है. उन्होंने कहा, “मैंने जब सेंसर चीफ का पद संभाला तब ये ऑफिस काफी विवादों से घिरा हुआ था. उस समय करप्शन चार्जेज और काम को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही थीं. मैं आभारी हूं पीएम नरेन्द्र मोदी का जिन्होंने मुझ पर विश्वास रखकर मुझे ये काम सौंपा. मैंने काफी मेहनत से सब काम हैंडल किया.”


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उन्होंने बताया कि बॉलीवुड फिल्मों को लेकर उनपर कई तरह का प्रेशर बनाया गया था. ये प्रेशर नेताओं और प्रड्यूसर्स द्वारा डाला गया. उन्होंने बताया, “प्रड्यूसर आए थे मेरे पास. ‘बाबुमोशाय बंदूकबाज’ फिल्म को लेकर मुझपर पॉलीटिकल प्रेशर था कि इस पिक्चर को पास करो. ऐसी कई पिक्चर्स को लेकर मुझे प्रेशरराईज किया गया जिसमें फिल्म ‘पीके’ भी एक थी.

उसके बाद ‘पार्च्ड’ फिल्म आई. वो लोग चाहते थे कि इस फिल्म को मैं बिना देखे ही पास कर दूं. पर हमारे ऑफिसर ने गाइडलाइन का स्ट्रिक्ट तरीके से पालन किया और उसे ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया गया वो भी कट्स के साथ. मैं कभी किसी के प्रेशर में नहीं आया और इसलिए मुझे मिनिस्टर्स के फ़ोन आना भी बंद हो गए. पर ‘इंदु सरकार’ के वक्त मुझे खुद मिनिस्टर (स्मृति ईरानी) का फोन आया. क्योंकि वो जानती हैं कि मैं किसी की बात नहीं सुनता हूं, अगर प्रॉसीजर के हिसाब से होगा तो करूंगा वरना नहीं करूंगा.”

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सेंसर चीफ के पद से हटाए जाने के बाद पहलाज ने अपने भविष्य के योजनाओं के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा, “मैं अब अपनी तीन फिल्में शुरू कर रहा हूं और मैंने इसके लिए एक एसोसिएशन भी बनाया था पर उस वक्त मुझे सेंसर चीफ की जॉब मिल गई. उन फिल्मों के बारे में मैं अभी कुछ बताना नहीं चाहूंगा.”

अपने कार्यकाल में किए हुए काम पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा, “मैं जो काम करता हूं उसमें अपना 100 प्रतिशत देता हूं वर्ना नहीं करता. मैंने सीबीएफसी से एक रूपए का बेनिफिट नहीं लिया. मैंने अपने काम के लिए किसी भी सुविधा, ट्रैवलिंग एक्सपेंस, ना ही कोई लॉजिंग बोर्डिंग का इस्तेमाल किया. मैंने हर पैसे का एक्सप्लेनेशन दिया है.”