view all

Birthday Special : 'बॉबी' तो नहीं बीवी जरूर बन गईं नीतू सिंह

नीतू कपूर आज 58 साल की हो गई हैं

Sunita Pandey

अभिनेत्री नीतू सिंह आज कपूर खानदान के साथ अपना 58 वां जन्मदिन मना रही हैं. इसके साथ ही कपूर खानदान की बहू के रूप में भी उन्होंने 37 साल पूरे कर लिये.

कपूर खानदान के साथ उनका लंबा सफर रहा है लेकिन कभी इसी कपूर खानदान के मजबूत स्तंभ शोमैन राज कपूर नीतू सिंह के ख्वाबों के रास्ते में बड़ी बाधा साबित हुए थे.


राजकूपर नहीं बनने दिए 'बॉबी'

फिल्मों में बाल कलाकार की भूमिका निभानेवाली बेबी नीतू जब बड़ी हुई तो फिल्मों में हीरोइन बनने के लिए स्टूडियो-दर- स्टूडियो चक्कर काटने का दौर शुरू हो गया.

उन्हीं दिनों राजकपूर अपने बेटे ऋषि कपूर को लेकर 'बॉबी' के निर्माण की योजना बना रहे थे, जिसके लिए उन्हें नयी हीरोइन की तलाश थी. नीतू सिंह ने भी इस फिल्म के लिए ऑडिशन दिया, जिसमें वो सफल रही.

राज कपूर ने इस फिल्म के लिए उन्हें साइन भी कर लिया लेकिन जल्द ही  राजकपूर ने नीतू सिंह को हटाकर डिंपल को बॉबी की हीरोइन बना दिया. उनका तर्क था कि ‘बॉबी’ (जो एक क्रिश्चयन लड़की है) के किरदार में नीतू जम नहीं पा रही हैं, जबकि डिंपल इसके लिए एकदम उपयुक्त है. नीतू सिंह के करियर के लिए ये एक बड़ा झटका था, लेकिन वो मन मसोस कर रह गई.

ऋषि कपूर से नजदीकियां

बॉबी में ऋषि कपूर की हीरोइन बनने से वंचित रही नीतू सिंह को फिल्म 'रिक्शावाला' में रणधीर कपूर की हीरोइन बनकर ही संतोष करना पड़ा. 1974 में नीतू सिंह को फिल्म 'जहरीला इंसान' में ऋषि कपूर की हीरोइन बनने का मौका मिला.

फिल्म निर्माण के दौरान ऋषि कपूर और नीतू सिंह एक-दूसरे के काफी करीब आ गए और यही नजदीकियां प्यार में तब्दील हो गई.

जम गई जोड़ी

ऋषि कपूर के साथ प्रेम कहानी की शुरुआत होते ही नीतू सिंह के करियर में अचानक उछाल आया. ये जोड़ी फिल्मकारों की पहली पसंद बन गई.

रवि टंडन की 'खेल-खेल में', मनमोहन देसाई की 'अमर-अकबर-एंथोनी' और तथा यश चोपड़ा की 'कभी-कभी' में इस जोड़ी को खूब पसंद किया गया. इसके अलावा भी इस जोड़ी ने कई फिल्में साथ-साथ की.

राजकपूर के साथ नहीं कर सकी काम

जब ऋषि-नीतू की जोड़ी लोकप्रियता के शिखर पर थी, तो राजकपूर ने फिर इन्हें लेकर 'राम तेरी गंगा मैली' के निर्माण की योजना बनाई. लेकिन किसी कारणवश यह योजना अधर में लटक गई और नीतू एक बार फिर राजकपूर के साथ काम करने से चूक गई.

इसके दस साल बाद राजकपूर ने राजीव कपूर और मंदाकिनी को लेकर 'राम तेरी गंगा मैली' का निर्माण किया जो काफी सफल रही.

बहू बनकर बॉलीवुड को किया अलविदा

जब ऋषि और नीतू अपने करियर के सुनहरे दौर में थे, तभी उन्होंने अचानक शादी करने का फैसला कर लिया. उनके फैसले की भनक जब कपूर परिवार को लगी तो हड़कंप मच गया.

हालांकि, कपूर परिवार के किसी सदस्य ने कभी खुलकर इस बारे में कुछ नहीं कहा, लेकिन कहा जाता है कि ऋषि के इस फैसले से राजकपूर काफी खफा थे. अंतत: नीतू सिंह, ऋषि कपूर से शादी कर नीतू कपूर बन गई और हमेशा के लिए फिल्मी दुनिया से अलविदा कह दिया.

'बॉबी' नहीं बीवी बन गई नीतू सिंह

आज भी ये दोनों सफल पति-पत्नी के रूप में अपनी जिंदगी बिता रहे हैं. इस प्रकार जो नीतू सिंह राजकपूर की फिल्म में ऋषि कपूर की 'बॉबी' बनने में असफल रही थी वो निजी जिंदगी में ऋषि कपूर की बीवी बनने में सफल रही.