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'नई तकनीक' से पापा बने करण...पुराने स्टाइल में पालेंगे बच्चे

करण जौहर ने कहा कि वो चाहते हैं कि उनके बच्चे पुरानी वाली राइम्स सुन कर बड़े हों

Runa Ashish

हाल ही में जुड़वा बच्चों के पिता बने करण जौहर हर लिहाज़ से अपने पापा बनने की ज़िम्मेदारी को सार्थक करना चाहते हैं और साथ ही चाहते हैं कि उनके बच्चे उनकी ही राह पर चले. कम से कम जब बात संगीत की हो तो बिल्कुल वही संगीत सुने जिसे सुनकर करण बड़े हुए हैं.

उस्ताद अमजद अली ख़ान की किताब मास्टर ऑन मास्टर्स के विमोचन पर पहुंचे करण से जब उनसे पूछा गया कि वो अपने बच्चों को किस तरह का संगीत सुना कर लालन पालन करना चाहते हैं तो करण ने जवाब दिया कि, 'मैंने अपने घर में एक नर्सरी बना कर रखी है और उसमें म्यूजिक सिस्टम भी है. उन्हें किसी ने सलाह दी थी कि आजकल कोल्ड प्ले की नर्सरी राइम्स भी आती है लेकिन मैंने ये सलाह नहीं मानी.


'मैं चाहता हूं कि वो पुरानी वाली ही राइम्स सुन कर बड़े हों. उन्हें वही संगीत या राइम्स सुनाऊंगा जिन्हें सुन कर मैं बड़ा हुआ हूं. मैं यही चाहता हूं कि वो ऐसे संगीत को ही सुन कर बड़े हों. अगर मेरे बच्चों को मुझसे प्यार करना है उन्हें मेरे वाले संगीत से भी प्यार करना होगा.'

मैंने तो वही संगीत सुना जो मेरी मां सुना करती थी

करण आगे बताते हैं कि 'मैंने तो वहीं संगीत सुना जो मेरी मां सुना करती थी. उन्हें लता मंगेशकर, आशा भोंसले और मुहम्मद रफी और गजलों में वो जगजीत सिंह सुना करती थीं. इनके गाने और गजलें दिन भर हमारे घर में गूंजा करते थे.'

करण कुछ मज़ेदार बात साझा करते हुए कहते हैं कि 'मेरी मां एल्विस प्रेसली की बहुत बड़ी फैन हैं. शायद मेरी मां ने पापा से शादी ही इसलिए की क्योंकि पापा ने उन्हें वादा किया था कि वो हनीमून पर उन्हें  एल्विस के कॉसर्ट में ले जाएंगे और पापा ने वादा पूरा किया भी. जैसे ही एल्विस ने टेडी बियर कहा तो मेरी मां गश खा कर गिर गईं और इस तरह से उनके हनीमून की शुरुआत हुई है.'

'दिल है हिन्दुस्तानी' एक रियालिटी शो

करण अब चूंकि पापा बन गए है तो बड़ी शान के साथ वो नई पीढ़ी को सलाह देने की बात भी करते हैं. करण कहते हैं कि 'मैं हाल ही में एक रियालिटी शो जज कर रहा हूं दिल है हिन्दुस्तानी जिसमें यूएस, यूके, रूस, कनाडा और कजाकिस्तान के युवा भारतीय संगीत गाते हैं.

मेरे लिए वो शूट इतना सारा विरोधाभास लिए था कि एक तरफ तो स्टेज पर विदेशी लोग या प्रवासी भारतीय युवा हैं जो भारतीय फिल्मी संगीत या शास्त्रीय संगीत गा रहे हैं तो वहीं स्टेज के सामने हमारे देश के युवा हैं, जिन्हें बिल्कुल समझ नहीं आ रहा था कि क्या चल रहा है. यानी एक तरफ है खालिस विदेश लोग जो हमारे देश की संस्कृति और संगीत को चुन कर उसे साध रहे थे और एक तरफ हैं हमारे ही देश की युवा पीढ़ी जो मोबाइल फोन पर लगी है.

हू आर यू... आप कौन हैं

यहां पर भी करण को कंगना के नाम से दो चार होना पड़ा. शो के होस्ट ने करण पर चुटकी लेते हुए कहा कि वो नफरत की राजनीति को पसंद नहीं करते. जिस पर करण ने सोहेल से पूछा कि तीन शब्द कहूंगा – हू आर यू (आप कौन हैं) और जवाब में सोहेल ने कहा- कंगना. लेकिन करण यहीं पर नहीं रुके उन्होंने कह दिया कि यहां क्या कर रहे हो.. आप यहां से बाहर चले जाओ.

करण ने नई पीढ़ी की तारीफ भी की 'जिस तरह से आजकल नई पीढ़ी लिजेंड्स या जानी मानी शख्सियतों से बिना किसी तकल्लुफ़ से मिलती है, उसे देख कर वो चौंक जाते हैं. इसका ये मतलब नहीं कि ये पीढ़ी आपकी इज्जत नहीं करती. बस इज्जत करने का उनका तरीका अलग है. शायद हम लोग बड़े और नामी लोगों की इज्जत करने के एक ही तरीके को जानते हैं इसीलिए उनके अनौपचारिक रवैये को पचा नहीं पाते हैं.'