view all

खुश हूं कि बिग बॉस से बाहर हो गया: करण मेहरा

करण मेहरा से उनके बिग बॉस के घर के सफर पर बातचीत.

Runa Ashish

बिग बॉस के घर से पहले सेलेब्रिटी की विदाई हो गई है. करण मेहरा बिग बॉस के घर में एक पेसमेकर की भूमिका में रहे हैं. उनकी कोशिश ये रही है कि वो घर में लड़ाई कम और सबसे मिल-जुल कर रहने की बात कर सकें. अब वो बिग बॉस के घर से विदा ले चुके हैं तो कैसा रहा उनका ये सफर, जानने के लिए फ़र्स्टपोस्ट संवाददाता रूना आशीष ने उनसे बातचीत की….

नैतिक यानी करण मेहरा कभी बिग बॉस के घर भी जाएंगे ये सोचा नहीं था. आप ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ के सेट पर तो नो कंट्रोवर्सी  ब्वॉय रहे हैं.


करण-  हां, मुझे ऐसा कहने वाली आप पहली नहीं हैं. मुझसे कभी भी लोगों ने ये एक्सपेक्ट नहीं किया होगा. 15 साल से लोगों ने मुझे नैतिक के रूप में खूब प्यार भी दिया और सराहा भी. लेकिन अब कुछ नया करने का समय था. ऐसे में बिग बॉस एक अच्छा ऑप्शन था. जब मैं टीम से मिला तो उन्होंने मुझे बताया कि ये  स्क्रिप्टेड शो नहीं होता तो फिर मुझे अच्छा लगा और दूसरा कारण था कि इसमें इस साल सेलिब्रिटी और इंडियावाले साथ में रहने वाले थे, जो मुझे काॅंसेप्टवाइज बहुत अच्छा लगा.

फिर सलमान तो हैं ही. उन तक कौन नहीं जाना चाहेगा. फिर बिग बॉस में हमेशा लड़ाई या झगड़ा या बहुत सारा ड्रामा ही क्यों हो. सुलझे हुए लोग भी तो यहां रह सकते हैं ना. खुश हूं कि मैं बिना किसी परेशानी के डिग्निटी के साथ बाहर आया.

आप हमेशा गुड बॉय की इमेज के साथ रहे हैं. ऐसे में बिग बॉस में आपने कोई मसालेदार बात नहीं की, किसी को बुरा भला भी नहीं कहा. कहीं आपका अच्छा होना ही तो आपके खिलाफ काम नहीं कर गया?

करण- अगर बिग बॉस में बने रहने के लिए मुझे लड़ाई करना या ऐसी कोई बात करना कि जिसमें फुटेज बनती रहे या षड़यंत्र करते रहना है तो अच्छा है कि मैं ये नहीं कर पाया और आउट हो गया. मुझे खुद पर नाज है कि मैं असफल रहा हूं. मैं जैसी इज़्ज़त के साथ गया उसी के साथ लौटा भी हूं. मैं नहीं कर पाता इतना सब. मैं एक मिडिल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखता हूं और पढ़ा लिखा इंसान हूं. मेरे कंधों पर कई जिम्मेदारियां हैं. मैंने लोगों को मुझ पर गर्व करते देखा है. चाहे वो मेरे माता-पिता हों, निशा हो या फैन्स हों. मेरे लिए दर्शकों का प्यार बहुत क़ीमती है.

एक बात समझ में नहीं आती है कि आप, राहुल और गौरव सभी रोहन को इतना सपोर्ट क्यों करते हैं?

करण- नहीं, हम सभी एक दूसरे को सपोर्ट करते हैं. ये लड़कों वाली दोस्ती है. घर में तो कई बार ऐसा भी हुआ कि लड़कियों के बारे में किसी ने कुछ भी कहा तो हम सब उस बात के ख़िलाफ खड़े हो गए. हालांकि, हमें लगा था कि इंडियावाले लड़के भी हमारे साथ आ जाएंगे लेकिन कोई नहीं आया. इस तरह के शो के जरिए इंडियावाले और सेलिब्रिटी के बीच की दीवार को कम करना था. लेकिन जिस  तरीक़े से इंडियावाले बिहेव कर रहे हैं, देख कर लगता नहीं कि ये सच में इंडियावाले हैं.

सेलिब्रिटी भी तो बाथरूम साफ कर रहे थे, खाना बना रहे थे. हमने तीन हफ़्ते तक सेवा की है. पत्तलों पर खाना खा रहे थे. वो भी मुस्कुराकर रहे थे ना. जब तीन हफ़्ते बाद उन लोगों की बारी आई तो उनका  बिहेव  देखने वाला था. हम सेलिब्रिटीज़ को बड़ा आश्चर्य होता था. वो लोग एक दिन में इतनी ज़्यादा शिकायतें करने लगे काम करने को ले कर.

मैंने पूरे 35 दिन में इतना काम किया है कि कई इंडियावालों ने तो मेरे एक दिन के बराबर भी काम नहीं किया होगा. खाने को ले कर कहते थे कि किसी के बाप की हिम्मत नहीं है कि हमें उबला खाना खिला दे. अब ये सब बातें देख कर लगता है कि ये लोग किस तरह के माहौल से ताल्लुक रखते हैं.

हम लोगों के बिस्तर के उपर के शीशे उखड़ गए थे. बार बार बोलने के बाद बदला गया. तब तक क्या करते.. गिरने देते शीशे अपने उपर. मुंह पर गिरता तो आगे काम भी तो करना है ना कैसे होने देते ये सब. हमने तो कई बार घरवालों को कहा कि सोने की जगह बदल लो, कभी कोई हादसा ना हो जाए. एक बार तो एक बड़ा सा कांच आ कर गिर गया. अगर कोई खड़ा होता या वहां कोई उस समय होता तो एक बड़ा हादसा हो जाता. लेकिन जिस तरीके से उसे शो में दिखाया गया वो देख कर मुझे अच्छा नहीं लगा. चलो कोई नहीं…'

शो में मनु और मनवीर की दोस्ती के बारे में क्या कहेंगे आप? कभी स्वामीजी के पीछे पड़ते हैं तो कभी कुछ और कर जाते हैं.

करण- देखिये... हर कोई एक आत्मसम्मान के साथ आता है. अब मनु और मनवीर ऐसे बन रहे है तो मैं कहूंगा कि मनु ज्यादा जोड़ तोड़ में लगा रहता है. मनु, मनवीर के कंधे पर बंदूक रखने वालों में से है. अगर कभी मनवीर को घर छोड़ कर जाना पड़े ना तो मनु को घर में कुछ भी करने को नहीं रहेगा. उसको कोई साथ में खड़ा होने वाला चाहिए. अगर हम चारों लड़के (सेलिब्रिटी) एक साथ कभी इसतरह साथ आ गए ना तो यकीन मानिए मनु और मनवीर कुछ कर नहीं पाएंगे. जब एक बार मैंने उनसे ऊंची आवाज़ में बात की थी तो उनके पास कुछ कहने को नहीं था. भीगी बिल्ली बन गए थे ये लोग.

घर में एक बार गौरव और राहुल के बीच की बात हुई थी कि आप ये शो छोड़ना चाहते हैं क्योंकि आप अपनी वाइफ निशा को बहुत मिस कर रहे हैं. कितना सच है ये?

करण- हां, इस बारे में हमारी बात हुई है. मैंने तो 24 घंटे पहले से ही बोलना शुरु कर दिया था कि ये मेरा आखिरी नाश्ता है या आखिरी बार का खाना है. आप लोगों के पास अपने घर वालों के लिए कोई मैसेज हो तो बता देना, मैं बाहर जाकर बता दूंगा. इसपर सब लोग कहते थे कि मैं चुप हो जाऊं, ऐसे नहीं बोलूं.

लेकिन जाने क्यों मुझे ये पहले से लगने लगा था कि ऐसा कुछ होने वाला है. जैसे कभी मेरे और लोकेश के झगड़े को ज़्यादा दिखा दिया या मेरे आराम करने वाले फ़ुटेज को दिखा दिया. कभी घरवालों से पूछ लिया कि सबसे कम मनोरंजन कौन कर रहा है. तो मुझे लगने लगा था कि अब मुझे चले जाना चाहिए. लेकिन मैं ख़ुश हूं.

मुझे एक बात और भी कहनी है, जब मुझे निशा का बर्थडे विश करना था तो रात में सब आ गए. सेलेब्रिटी तो थे ही साथ ही इंडियावाले भी आ गए और सबने निशा को विश किया, मुझे अच्छा लगा कि पहली बार इस वजह से ही सही सारे घरवाले एक साथ थे और लड़ नहीं रहे थे.

आप किसको जीतते हुए देखना चाहते है?

करण- मैं रोहन और गौरव को आखिर तक देखना चाहता हूं. मैं इंडियावालों के बारे में कुछ नहीं कह सकता क्योंकि उन्होंने मुझे निराश ही किया है. उन्होंने सेलिब्रिटीज के बारे में जो कहा, वो सच नहीं है. उनकी कुछ ग़लतफ़हमियां हैं. मुझे इनमें से कोई भी बिग बॉस का दावेदार नहीं लगता है. जिस तरह के वो लोग हैं या उनका बिहेवियर है अगर वो जीत गए तो मैं कुछ भी नहीं कह सकता.

अब आगे क्या? ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ के बाद लोगों ने आपको बिग बॉस में देख लिया, तो अब कहां देखने वाले हैं?

करण- मैं अभी तो कोई सीरियल नहीं कर रहा हूं. कुछ चीज़े हैं जो मैं अभी इस समय पर बता नहीं सकता लेकिन हां मैं एक बार फिर से फ़िल्मों की तरफ़ ध्यान देना चाहता हूं. मैं अपने वीडियो भी डायरेक्ट करता हूं. ये

भी सुना कि सोशल मीडिया पर लोगों ने मुझे बहुत सपोर्ट किया है. कुछ ने तो ये भी कह दिया कि वो शो देखते ही मेरी वजह से हैं. किसी ने कहा कि अब करण नहीं है तो हम शो नहीं देखेंगे. कुछ मीडिया के कैमेरामैनों ने कहा कि मेरी मां ने बिग बॉस आपकी वजह से देखना शुरु किया है लेकिन अब आपके निकलने के बाद वो शो नहीं देखेंगी. लेकिन ख़ुश हैं कि आप बाहर आ गए.

मैं इन सारे प्यारे लोगों से रिक्वेस्ट करता हूं कि वो ऐसा ना करें. शो को देखते रहें. अब ऐसे में कहा जाता है कि मुझे लोगों ने वोट नहीं दिये तो बताइये विश्वास कैसे करें. ये मुझे बड़ा अजीब  लगता है.

लेकिन मैं ख़ुश हूं कि मेरा पूर्वाभास बिल्कुल ठीक निकला. शायद मैं सही समय पर निकल गया. इसके बाद शो में कई तब्दीलियां आने वाली है जिसके लिए मैं शायद ठीक नहीं रहूं. तो अच्छा है सही समय पर निकल जाऊं.