कहते है न कि दिल एक शिकारी की तरह होता है. यह कहावत बॉलीवुड डायरेक्टर विक्रम भट्ट की पर्सनल लाइफ पर पूरी तरह से सूट करती है.
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक विक्रम भट्ट का दो मशहूर अभिनेत्रियों सुष्मिता सेन और अमीषा पटेल के साथ खुलेआम प्रेम संबंध रहा है. सुष्मिता सेन के साथ अफेयर की चर्चाओं के चलते ही विक्रम भट्ट की शादी टूट गई थी. विक्रम भट्ट ने अपने बचपन के प्यार अदिति से शादी की थी.
जब अदिति के साथ उनकी शादी टूटी तो उन्होंने सुसाइड करने की भी कोशिश की थी. उन्होंने अपने घर के छठे माले की बालकनी से कूदने की कोशिश की.
विक्रम ने कहा कि उनके सुसाइड करने की कोशिश की वजह सुष्मिता नही थीं. उन्होंने कहा मैंने अपनी लाइफ में जो किया था, उसका मुझे अफसोस था जिसके चलते मैंने सुसाइड करने की कोशिश की. उस वक्त मेरी फिल्म गुलाम रिलीज भी नहीं हुई थी. इसके पहले ही मुझे तलाक मिल गया था.
विक्रम ने कहा, ‘मैं सुष्मिता का सिर्फ बॉयफ्रेंड था. उस समय मैं बहुत डिप्रेशन में था. मैं पागलों की तरह अपनी बेटी को मिस करता था. मेरी जिंदगी काफी अस्त-व्यस्त हो गई थी.’
विक्रम ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि कोई रिश्ता मेरी जिंदगी को यूं झंझोर कर रख देगा. मुझे ऐसा लगने लगा था कि जैसे मैं एक कचरे का ढेर बन गया हूं.
पत्नी को धोखा देने का अफसोस
विक्रम को अपनी पत्नी को धोखा देने पर बहुत अफसोस है. उन्होंने कहा कि मुझे बहुत अफसोस है कि मैंने अपनी पत्नी और बच्चे को धोखा और दर्द दिया और उन्हें छोड़ दिया. मेरी वजह से उन्हें जो दर्द हुआ उसके लिए मुझे हमेशा अफसोस रहेगा.
मैंने यह भी महसूस किया कि जब आप बहादुर नहीं होते हैं तो शातिर हो जाते हैं. मेरे भीतर इतनी भी हिम्मत नहीं थी कि मैं अदिति को बता सकूं कि मैंने क्या महसूस किया. यह सब एक साथ घटित हुआ और सब अस्त-व्यस्त हो गया.
उन्होंने कहा कि मुझे अफसोस है कि मैं उस समय बहुत कमजोर पड़ गया था. अगर मैं उस समय कमजोर नहीं पड़ा होता तो आज हालात कुछ और होते. लेकिन आज जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो सोचता हूं कि यही चीजें आपको बहुत कुछ सिखाती हैं.
रियल लाइफ से प्रेरित है भट्ट की नॉवेल
बॉलीवुड डायरेक्टर ने हाल ही में अपना एक नॉवेल 'ए हैंडफुल ऑफ सनशाइन' रिलीज की है. कई लोगों को लगता है कि इस किताब में विक्रम भट्ट की जिंदगी की परछाईं है.
इस किताब में वीर और मीरा नाम के दो कैरेक्टर हैं जो एक-दूसरे से बेहद प्यार करते हैं. लेकिन एक हादसे की वजह से अलग हो जाते हैं. कई सालों बाद जब वह दोबारा मिलते हैं तो फैसला करते हैं कि वह अपने प्रेमी या पार्टनर को छोड़कर, दोनों फिर से खुशहाल जिंदगी बिताएंगे.
विक्रम भट्ट ने कहा कि यह किताब आत्मकथा नहीं है बल्कि किसी की रियल लाइफ से प्रेरित है. विक्रम ने यह भी कहा कि इस किताब में सुष्मिता और अमीषा के बारे में कुछ भी नहीं लिखा गया है. हालांकि मेरे ये दोनों संबंध बहुत चर्चित रहे लेकिन मुझे लगता है ये संबंध बहुत गहरे नहीं थे.
हालांकि विक्रम ने कबूला कि इस किताब में उनकी पत्नी अदिति की कुछ झलक है. लेकिन वो कभी यह राज नहीं खोलेंगे कि मीरा का कैरेक्टर किसके प्रेरित है. भट्ट ने कहा कि अगर मैंने कभी किसी को भी असली मीरा के बारे में बताया तो वह मुझे मार देगी. वह मेरी जिंदगी के बेहद करीब है. वह कोई एक्ट्रेस नहीं है. मैं उसे अपने जवानी के दिनों से जानता हूं.
शादी घर के पुराने लालटेन की तरह
जब विक्रम भट्ट से यह पूछा गया उम्र के इस पड़ाव पर, जब उन्हें अपनी पत्नी के साथ किए गए व्यवहार पर पछतावा है और उनकी बेटी भी उनके साथ उनके प्रोडक्शन हाउस में काम कर रही है, तो क्या वे दोबारा शादी करेंगे?
इस पर विक्रम ने कहा कि वो दोबारा शादी नहीं करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अब उन्हें इस परंपरा पर विश्वास नहीं रहा है. यह रिवाज अब बेहद पुराना हो चुका है. यह घर में पड़े किसी पुराने लालटेन की तरह है, जिसका कोई इस्तेमाल नहीं है.
उन्होंने यह भी कहा कि शादी तभी तक कामयाब रहती है जब तक मर्द और औरत में से कोई एक दूसरे पर निर्भर हों. लेकिन आज के सामाजिक हालात में दोनों आत्मनिर्भर हैं. इस वजह से शादी जैसी संस्था ने अचानक से काम करना बंद कर दिया है.
विक्रम से पूछने पर कि क्या आप सुष्मिता या अमीषा से शादी करना चाहते है? तो उन्होंने कहा कि नहीं वे सुष्मिता या अमीषा दोनों से ही शादी नहीं करना चाहते हैं.