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पद्मावती के बाद अब टॉयलेट-एक प्रेम कथा के लिए खतरे के संकेत

हिन्दू जनजागृति समिति ने सेंसर बोर्ड को फिल्म ‘टॉयलेट- एक प्रेमकथा’ के लिए भी चेताया है

FP Staff

जयपुर के जयगढ़ फोर्ट में संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती की शूटिंग के दौरान जमकर विवाद हुआ था. करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सेट पर तोड़ फोड़ भी की थी. जिसके बाद पूरे बॉलीवुड ने इस घटना की निंदा की है.

अब हिन्दू जनजागृति समिति ने सेंसर बोर्ड को फिल्म ‘टॉयलेट- एक प्रेमकथा’ के लिए भी चेताया है. संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने पत्र लिखकर फिल्म की कहानी पर चिंता व्यक्त की है.


रमेश शिंदे ने संजय लीला भंसाली को चेतावनी देते हुए लिखा ‘भारतीयों के पैसों पर करोड़ों कमाकर, घमंड में चूर, आलिशान गाडियों में घूमनेवाले इन नाटकीय बॉलीवुडवालों को जनता ने दिखा दिया है कि अब सिनेमा और कला के नाम पर हिन्दुओं के शौर्य के इतिहास का विकृतिकरण सहन नहीं किया जाएगा’

टॉयलेट एक प्रेमकथा पर सेंसर बोर्ड को चेतावनी देते हुए संगठन ने कहा ‘टॉयलेट-एक प्रेमकथा’ इस फिल्म का भी मथुरा की परंपराओं का अपमान करने के लिए मथुरावासियों ने विरोध किया है.'

‘पद्मावती’ के अनुभव से इस निर्देशक को सबक सीखना चाहिए और हिन्दू परंपराओं का अनादर नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही सिनेमा द्वारा हो रहे इन अनुचित बातों पर और इतिहास के विकृतिकरण पर भी सेन्सर बोर्ड समय पर ही रोक लगाए, ऐसी हमारी मांग है’

उन्होंने कहा कि किसी भी ऐतिहासिक महापुरुष का स्थानीय क्षेत्र में और उस विशिष्ट समाज में अपना एक स्थान होता है. इसलिए उनसे संबंधित किसी भी ऐतिहासिक घटनाक्रम में परिवर्तन कर फिल्म में मसाला डालने के लिए यदि कुछ प्रसंग जोडे गए, तो ऐसी फिल्मों का विरोध होना स्वाभाविक है.

'इससे पूर्व भी जोधा-अकबर, बाजीराव-मस्तानी के समय भी विरोध हुआ था. इन दोनों फिल्मों में इतिहास को तोड-मरोड कर प्रस्तुत किया गया था, उनमें दिए अनेक प्रसंगों से यह स्पष्ट हुआ था.'

टॉयलेट- एक प्रेम कथा में बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार मुख्य किरदार निभा रहे हैं.

करणी सेना के आगे झुके भंसाली

फिल्म पद्मावती को लेकर राजपूतों के आगे निर्देशक संजय लीला भंसाली झुक गए हैं. सोमवार को जयपुर में भंसाली प्रोडक्शन की तरफ से कंपनी की सीईओ शोभा संत ने करणी सेना के नेताओं के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस किया.

भंसाली प्रोडक्शन ने राजपूत समाज को भरोसा दिया है कि फिल्म पद्मावती में अलाउद्दीन खिलजी के साथ रानी पद्मावती का कोई भी रोमांटिक सीन नहीं है और इतिहास का पूरा ख्याल रखा जाएगा