‘पद्मावत’ को सेंसर बोर्ट से रिलीज के लिए मंजूरी मिलने के बाद से कई संगठन इसका विरोध कर रहे हैं. कई राज्य सरकारों ने इस फिल्म को रिलीज करने से भी मना कर दिया है. लेकिन हिमाचल प्रदेश की बीजेपी सरकार ने इस फिल्म को प्रदेश में रिलीज करने का फैसला लिया है.
राजस्थान और गुजरात की बीजेपी सरकार ने इस फिल्म की रिलीज पर बैन लगाने का फैसला किया है. हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने कहा है कि, ‘मैं पहले ही कह चुका था कि मैं कला का सम्मान करता हूं. जहां तक ‘पद्मावत’ से जुड़ी बात है, हिमाचल सरकार अपने प्रदेश में इस पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में नहीं है. अगर इसमें कोई विवाद नहीं है तो हमें इसे यहां रिलीज करने में कोई आपत्ति नहीं है. मैं चाहता हूं कि ये फिल्म सिनेमाघरों में प्रदर्शित की जाए.’
‘पद्मावत’ को पहले ही बैन कर चुके थे रुपाणी
इस फिल्म पर विवाद शुरु होने के बाद ही गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने नवंबर में ही ये ट्वीट किया था कि, ‘गुजरात सरकार राजपूत समाज की भावनाओं को आहत करने वाली फिल्म ‘पद्मावती’ को राज्य में रिलीज किए जाने की इजाजत नहीं देगी.’
राजस्थान सरकार भी लगा चुकी है बैन
इससे पहले राजस्थान सरकार भी ‘पद्मावत’ को बैन कर चुकी है. राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा था कि, ‘राज्य में इस फिल्म को रिलीज करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.’
करणी सेना का लगातार विरोध जारी
इस फिल्म की रिलीज के विरोध में करणी सेना भी अपना प्रदर्शन और भी उग्र करती जा रही है. करणी सेना के संस्थापक ने शुक्रवार को ही अहमदाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि, ‘पद्मावत’ से सिर्फ आई हटा देने से ही उनका विरोध खत्म नही हो जाता. भंसाली ने फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ की है.