बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता गोविंदा की अदाकारी के हम सब दीवाने हैं. गोविंदा अब कई साल बाद बॉलीवुड में एक बार फिर एंट्री करने की तैयारी में हैं. जी हां इन दिनों गोविंदा अपनी आगामी फिल्म रंगीला राजा के प्रमोशन में बेहद व्यस्त हैं. इसी बीच नवभारतटाइम्स से बात करते हुए गोविंदा ने ने बताया कि उनके शुरूआती दिनों में उन्हें कहीं काम नहीं मिलता था. कई बार मुझ उन्हें धक्के मार कर बाहर भी निकला गया है.
गोविंदा ने यहां अपने स्ट्रगल के बारे में बात करते हुए बताया कि 'जब मैं स्ट्रगल कर रहा था, तब हर निर्देशक-निर्माता को अप्रोच करता था कि वह मुझे अपनी फिल्म में ले लें. कई बार तो मुझे बड़े नामचीन निर्देशकों और निर्माताओं ने अपने ऑफिस से धक्का देकर बाहर निकाल दिया था'' गोविंदा ने अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए कहा ''मुझे जब लोग अपने ऑफिस से धक्का देकर बाहर निकालते थे तब मेरा खूब झगड़ा भी होता था''
गोविंदा ने बताया कि एक बंगाली भाई थे जो उन्हें खाना खिलाते थे जो पैसे नहीं लेते थे. गोविंदा का स्ट्रगल जितना कठीन रहा उससे भी ज्यादा उंची उनकी स्टारडम थी. गोविंदा का एक दौर था. जहां अमिताभ और रजनीकांत के बाद भी गोविंदा को फिल्म में लिया जाता था. लेकिन गोविंदा कहते हैं कि उन्होंने ने कभी अपना स्टारडम एन्जॉय नहीं किया. वो बताते हैं कि उनकी मां साधू थीं तो इस वजह से उनका ध्यान हमेशा पूजा - पाठ में लगा रहता था. जिस वजह से वो कभी अपनी स्टारडम को सेलिब्रेट नहीं कर पाए.