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'डैडी' से बदलेगी अरुण गवली की इमेज: गीता गवली  

अरुण गवली के परिवार को पूरी उम्मीद है कि इस फिल्म ने उनके साथ न्याय किया है

Sunita Pandey

अर्जुन रामपाल की फिल्म 'डैडी' का ट्रेलर लांच होते ही गैंगस्टर अरुण गवली एक बार फिर सुर्खियों में हैं.

पिछले दस सालों से शिवसेना पार्षद कमलाकर जमसांदेकर की ह्त्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे अरुण गवली को लेकर लोगों की राय अलग-अलग है, लेकिन खुद गवली का परिवार उन्हें निर्दोष मानता है.


दगडी चॉल के आसपास के इलाकों में खौफ का पर्याय रहे अरुण गवली पर निर्देशक असीम अहलूवालिया ने 'डैडी' नाम से फिल्म बनाई है. उनका कहना है कि उन्होंने इस फिल्म में अरुण गवली के व्यक्तित्व को अलग नजरिए से देखने की कोशिश की है.

दाऊद का किया पत्ता साफ

मुंबई में गवली की पहचान एक गैंगस्टर की है, लेकिन दगडी चॉल के आसपास के इलाकों में उन्हें काफी सम्मान प्राप्त है. लोगों का मानना है की मुंबई से डॉन दाऊद का तंबू उखाड़ने में गवली का काफी बड़ा योगदान है.

1992 के मुंबई बम विस्फोट के बाद शिवसेना ने गवली को एक खास योजना के तहत आगे बढ़ाया, ताकि दाऊद और उसके गैंग का सफाया 'कांटे से कांटा' निकालने के अंदाज में किया जा सके.

राजनैतिक दलों की नींद हराम की 

डॉन से राजनेता बने गवली एक दिन शिवसेना के लिए ही भस्मासुर साबित होने लगे. गवली से चुनौती मिलते देख शिवसेना ने गवली को कुचलने में अपनी सारी शक्ति लगा दी.

जिसके बाद गवली ने अपनी अलग पार्टी बनाकर राजनैतिक दलों की नींद हराम कर दी. मध्य मुंबई में गवली की बढ़ती लोकप्रियता से परेशान राजनैतिक दलों ने जो जाल बिछाया उसमें गवली फंस गए और आज नागपुर  जेल में सजा काट रहे हैं. ये अरुण गवली की पूर्व कॉर्पोरेटर बेटी गीता गवली का वर्जन है.

फिल्म बदलेगी लोगों का नजरिया

फिल्म 'डैडी' के निर्माण से पहले गवली परिवार की इजाजत ली गयी थी. फिल्म का टीजर लॉन्च पर उनका पूरा परिवार विशेष रूप से आमंत्रित था.

टीजर देखने के बाद गीता गवली ने खुशी जाहिर करते हुए कहा था कि, "कानून ने उनके पिता के साथ न्याय नहीं किया, लेकिन इस फिल्म देखकर 'डैडी' को लेकर लोगों के नजरिए में बदलाव जरूर आएगा."

इस फिल्म को लेकर एक खास बातचीत में गीता गवली ने बताया "टीजर या ट्रेलर से कोई अनुमान लगाना संभव तो नहीं है, लेकिन उन्हें पूरी उम्मीद है कि निर्देशक ने उनके पिता के साथ न्याय ही किया होगा."

क्या फिल्म अरुण गवली की सच्ची कहानी पर आधारित है? इस बारे में उनका कहना है कि, "जहां तक मुझे पता है फिल्म के अधिकांश प्रसंग डैडी के जीवन से लिए गए हैं, साथ ही इसमें कुछ सिनेमैटिक लिबर्टी भी ली गई है, जो फिल्म को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी हैं."

मुंबई अंडरवर्ल्ड पर रहा एकछत्र दबदबा

बता दें कि दाऊद के मुंबई से भागने के बाद अरुण गवली का मुंबई अंडरवर्ल्ड पर एकछत्र दबदबा कायम हो गया था.

साल 2004 से 2009 तक गवली निर्वाचित विधायक रहे. वर्ष 2009 में गवली ने जेल में रहते हुए विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन उसकी पार्टी अखिल भारतीय सेना (एबीएस) के सभी अन्य 20 उम्मीदवारों को भी हार का सामना करना पड़ा.

रोल के लिए अर्जुन परफेक्ट

निर्देशक असीम अहलूवालिया की इस फिल्म में अभिनेता अर्जुन रामपाल मुख्य भूमिका निभा रहे हैं. अर्जुन को लेकर गीता गवली का कहना है कि, "उन्होंने इस रोल को लेकर काफी मेहनत की है.

उनका लुक भी डैडी से काफी हद तक मिलता-जुलता है. इस रोल के लिए अर्जुन रामपाल सबसे सही चुनाव हैं. दोनों में काफी समानता दिखाई दे रही है."

बता दें कि इस रोल को लेकर अर्जुन रामपाल ने अरुण गवली से जेल जाकर मुलाकात भी की थी. जिसके कारण उन्हें मुंबई पुलिस ने समन भेजा था और अर्जुन को मुंबई पुलिस के सामने सफाई भी देनी पड़ी थी.

अर्जुन रामपाल और ऐश्वर्या राजेश की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में फरहान अख्तर भी खास रोल में नजर आएंगे. यह फिल्म 21 जुलाई को  रिलीज़ होगी.