पूरे देश में इन दिनों गणेश चतुर्थी उत्सव की धूम है. बीते लगभग छह दशकों से ये उत्सव हिंदी सिनेमा में छाया हुआ है. फिल्म समीक्षक दिलीप ठाकुर के मुताबिक, "वी शांताराम बॉलीवुड में गणेश उत्सव मनाने वाले पहले
फिल्मकारों में से एक थे, फिल्म 'नवरंग ' के लिए राज कमल मंदिर स्टूडियो में भगवान गणेश की एक विशाल प्रतिमा लगाई गई थी. वी शांताराम ने वहां न सिर्फ फिल्म का एक गाना फिल्माया था, बल्कि कुछ अहम सीन्स भी शूट किए थे.
दिलीप ठाकुर ने आगे बताया, 'फिल्म की शूटिंग के बाद गणेश जी की प्रतिमा को स्टूडियो से हटाया नहीं गया, और फिर उसी साल से राज कमल कला मंदिर का गणपति उत्सव उसी जगह पर मनाया जाने लगा. इस तरह इस साल ये स्टूडियो अपना 75 वां गणपति उत्सव मना रहा है.''
इसके अलावा ऐतिहासिक आरके स्टूडियोज में भी गणपति उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है. आरके स्टूडियो ने अपनी किसी भी फिल्म में गणपति का एक भी गाना नहीं फिल्माया, इसके बावजूद आरके स्टूडियोज में इस साल गणपति उत्सव के 69 साल पूरे हो रहे हैं. ये वाकई दिलचस्प बात है कि
राज कपूर ने अपनी किसी भी फिल्म में गणपति का गाना शामिल नहीं किया.
फिल्मों की कहानी में गणपति का महत्व
गणेशोत्सव का इस्तेमाल अक्सर जश्न का माहौल दिखाने या किसी फिल्म का क्लाइमेक्स दिखाने के लिए किया जाता है. हाल ही में रिलीज हुई बॉलीवुड की दो फिल्मों के अहम सीन्स गणेशोत्सव के आसपास की फिल्माए गए. कुछ महीने पहले आई फिल्म सरकार 3 में अमिताभ बच्चन को गणेश आरती करते दिखाया गया था, फिल्म के इस सीन की पृष्ठभूमि में खूबसूरत समुद्र नजर आ रहा है.
आने वाली फिल्म 'डैडी' में मुंबई के दगड़ी चाल इलाके का गणेशोत्सव दिखाने की चर्चा है. ये फिल्म डॉन से नेता बने अरुण गवली की जिंदगी पर आधारित है. एक जमाने में गवली का गणपति समारोह मुंबई में खासा मशहूर हुआ करता था. 'डैडी' फिल्म के लिए 'आला रे आला गणेशा' गाना गणपति उत्सव के माहौल में फिल्माया गया है. इस गाने के संगीतकार साजिद-वाजिद हैं, जबकि इसे
वाजिद और डॉ. गणेश चंदनशिवे ने अपने सुरों से सजाया है. ये गाना फिल्म का खास आकर्षण माना जा रहा है.
मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म हम से बढ़कर कौन का गाना देवा ओ देवा सबसे मशहूर गणेश गीत माना जाता है. इस गाने में फिल्म के सभी मुख्य कलाकार जहां एक तरफ गणपति उत्सव मनाते नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर डकैती की एक घटना भी होती दिखाई गई है. गाने में अमजद खान, मिथुन
चक्रवर्ती, रंजीता कौर, रंजीत और कल्पना अय्यर ने अपने अभिनय से चार चांद लगा दिए थे. दिलीप ठाकुर के मुताबिक, "देव ओ देवा को लोग भगवान गणेश की आरती मानते हैं और इसे हर गणपति पंडाल में गाया और बजाया जाता है"
दिलीप ठाकुर का कहना है कि, के बप्पैया की फिल्म 'टक्कर', जो एक दक्षिण भारतीय फिल्म की रीमेक थी, में भी गणपति पर एक लोकप्रिय गाना था- मूर्ति गणेश की, अंदर दौलत देश की. इस गाने में फिल्म के अभिनेता संजीव कुमार और जीतेंद्र लोगों को संकेत दे रहे हैं कि, गणपति की मूर्ति के जरिए सोने की तस्करी की जा रही है.
ठाकुर आगे कहते हैं, "हिंदी फिल्मों ने हमेशा सभी तीज-त्योहारों को महत्व दिया है, साथ ही सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ाने में भी अहम योगदान दिया है. आप अमजद खान को बड़ी श्रद्धा के साथ 'हमसे बढ़कर कौन' आरती गाते देख सकते हैं."
अग्निपथ फिल्म (अमिताभ बच्चन और ऋतिक रोशन के दोनों संस्करण) में हीरो गणपति विसर्जन के दौरान कांचा चीना के बुराई के साम्राज्य को खत्म करने के मिशन पर जाता है. फिल्म में अमिताभ ने जहां अपनी लड़ाई की शुरूआत 'गणपति अपने गांव चले' का गाकर की थी, वहीं ऋतिक ने 'देवा श्री गणेशा' का जयकारा लगाकर दुश्मनों के साथ जंग छेड़ी.
बाप्पा के साथ हीरो की एंट्री
फिल्मों में गणपति विसर्जन वाले गाने हीरो के लिए हमेशा प्रतिशोध की पृष्ठभूमि नहीं होते। अगर खानों की बात की जाए तो, शाहरुख खान और सलमान खान की फिल्म में एंट्री गणपति के गाने के साथ होती है. जैसे कि 'डॉन' फिल्म में शाहरुख ने 'मोरया रे' गाने के साथ, और 'वॉन्टेड' फिल्म में सलमान ने 'मेरा ही जलवा' गाने के साथ जबरदस्त एंट्री की थी.
हम संजय दत्त की कमबैक फिल्म भूमि में उनकी ऐसी ही एंट्री की उम्मीद कर सकते हैं. भूमि के निर्माता उमंग कुमार का कहना है कि, फिल्म एक गाने के साथ शुरू होती है, जिसमें संजय दत्त को गणपति की पूजा करते दिखाया गया है. गाने के दौरान संजय दत्त उस वक्त दुविधा में फंस जाते हैं जब उनकी बेटी गाने के बोल में पुत्र और पुत्री की उपस्थिति के बारे में सवाल कर बैठती है.
इसके अलावा आने वाली फिल्म जुड़वा 2 में भी गणपति का गीत रखा गया है, ये गाना उत्सव के माहौल में वरुण धवन पर फिल्माया गया है.
बप्पा की विघ्नहर्ता छवि
वरिष्ठ पत्रकार और म्यूजिक एक्सपर्ट चैतन्य पादुकोण मानते हैं कि बॉलीवुड बिरादरी में बप्पा को लेकर खासा अंधविश्वास भी है. चूंकि भगवान गणेश को विघ्नहर्ता यानी सारी विपत्तियों और अवरोधों को दूर करने वाला माना जाता है, ऐसे में ज्यादातर बड़े बजट की हिंदी फिल्मों में या तो एक गणेश आरती जरूर रखी जाती है, या फिर फिल्म में गणेश विसर्जन का एक सीन जरूर होता है. ऐसा बुरी नजर से बचने और बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी की मन्नत के तौर पर किया जाता है.
ऐसे में अगर गणपति का कोई गाना हिट हो जाता है, तो उस फिल्म की रिपीट वैल्यू बढ़ जाती है. यानी लोग गाने की वजह से फिल्म को देखने दोबारा थियेटर तक पहुंच जाते हैं. इसके अलावा वो गाना गणेश पंडालों में गाए और बजाए जाने से भी फिल्म को फायदा पहुंचता है, क्योंकि पंडालों में लाखों भक्त पहुंचते हैं, और गाना सुनकर उन्हें वो फिल्म देखने की इच्छा होती है. मिसाल के तौर पर देवा ही देवा गणपति देवा गाने को ही लें, ये गाना 1981 में रिलीज हुआ था, लेकिन 36 साल बाद आज भी ये गाना लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय है.