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सेंसर बोर्ड की वजह से लटकी फिल्मों की रिलीज

सेंसर बोर्ड द्वारा अपनाई जा रही इस नई प्रणाली के कारण फिल्मों के रिलीज में काफी देरी हो रही है

Bharti Dubey

प्रसून जोशी के सेंसर बोर्ड चीफ के पद संभालने के कुछ ही महीनों बाद अब फिल्ममेकर्स और निर्माता परेशानी में पड़ गए हैं. दरअसल, सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन के नए नियम के अनुसार किसी भी फिल्म के लिए पास सर्टिफिकेट पाने के लिए आवेदक को 68 दिन पहले ही आवेदन देना होगा.

इसके बाद ही सेंसर बोर्ड की टीम उस फिल्म को प्रमाणित करने की प्रक्रिया शुरू करेगी. इसके कारण फिल्म निर्माता और निर्देशक मुसीबत में पड़ गए हैं. बताया जा रहा है कि बॉलीवुड की आनेवाली कई फिल्मों की रिलीज डेट घोषित कर दी गई है लेकिन इन्हें अब तक सेंसर की तरफ से पास सर्टिफिकेट नहीं दिया गया है.


इन फिल्मों में कपिल शर्मा की फिल्म ‘फिरंगी’, अरबाज खान-सनी लियॉन की फिल्म ‘तेरा इंतजार’ और संजय लीला भंसाली की ‘पद्मावती’ जैसी फिल्में शामिल हैं. आपको बता दें कि हॉलीवुड फिल्म ‘जस्टिस लीग’ का हिंदी वर्जन भी जल्द ही भारत में रिलीज किया जाना है. लेकिन सेंसर की इस नई प्रक्रिया के कारण इसके रिलीज में देरी भी हो सकती है.

इस मामले में अधीक जानकारी देते हुए एक सूत्र ने बताया, “अगर ये फिल्म इसके इंग्लिश वर्जन के साथ नहीं रिलीज हुई तो हॉलीवुड स्टूडियो के लिए ये बहुत बड़ा नुकसान होगा. फिल्म की करीब 40 प्रतिशत आमदनी डब्ड वर्जन से आती है. इसलिए अगर ये फिल्म समय पर रिलीज नहीं हुई तो पायरेसी के कारण भारत में इसकी कमाई पर असर पड़ेगा.”

बताया गया कि अगर के ये फिल्म भारत में रिलीज नहीं हो पाती है तो इसे बचे हुए 70 देशों में समय से रिलीज कर दिया जाएगा क्योंकि भारत में इसकी रिलीज के प्रतीक्षा में इसे रोककर नहीं रखा जा सकता.

ये भी कहा गया कि इस फिल्म के हिंदी वर्जन को समय से प्रमाणित कर भी दिया जा सकता है लेकिन सेंसर द्वारा इस फिल्म के तेलगु और तमिल वर्जन को समय पर पारित करने का सवाल ही पैदा नहीं होता.

वार्नर ब्रदर्स के देंजिल डायस ने कहा, “हम इस फिल्म के सभी वर्जन को समय से पास करवाने के लिए सेंसर बोर्ड के साथ बातचीत में लगे हुए हैं. उम्मीद करते हैं कि भारत में फैंस को ये फिल्म दुनिया के साथ ही समय से देखने को मिल जाए.