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'पद्मावत' के बाद 'मणिकर्णिका': ब्राह्मणों की आहत होने लगी आस्था

प्रतिबंधित किताब पर बन रही फिल्म का विरोध कर रही है ब्राह्मण महासभा, झांसी की रानी लक्ष्मी बाई के जीवन पर आधारित है फिल्म

FP Staff

हाल ही में पद्मावत फिल्म से संबंधित विवाद के चलते पूरे देश में उग्र प्रदर्शन किए गए हैं. इन प्रदर्शनों की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई कि एक नए विवाद की आहट महसूस की जा सकती है. नया विवाद पनपा है कंगना रनौत की फिल्म 'मणिकर्णिका' को लेकर.

इस फिल्म के विरोध में शुरुआती स्वर राजस्थान से ही उठ रहे हैं, लेकिन झांसी की रानी लक्ष्मी बाई पर आधारित इस फिल्म का मूल विरोध इस बार करणी सेना नहीं कर रही है. बल्कि इस फिल्म का विरोध सर्व ब्राह्मण सभा कर रही है.


हालांकि करणी सेना के पद्मावत के विरोध के दौरान सर्व ब्राह्मण सभा ने उसका समर्थन किया था. जिसके बदले करणी सेना भी इस विरोध का समर्थन कर रही है. ब्राह्मण सभा को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई पर बन रही इस फिल्म के कुछ दृश्यों पर आपत्ति है. जिसके चलते वह फिल्म के विरोध की धमकी दे रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि फिल्म का यह विरोध राजस्थान के बाद दूसरे राज्यों में भी फैल सकता है.

विवाद की वजह

दरअसल लेखिका जयश्री मिश्रा ने दस साल पहले रानी लक्ष्मीबाई पर एक किताब लिखी थी. जिसमें ये कहा गया था कि रानी लक्ष्मी बाई पति के निधन के बाद ईस्ट इंडिया कंपनी के अंग्रेज एजेंट राबर्ट एलिस से प्यार करने लगी थीं. हालांकि ब्रिटेन में रह रही लेखिका जयश्री मिश्रा की किताब वर्ष 2008 में उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती प्रतिबंधित कर चुकी हैं. लेखिका की किताब में कई पेजों में रानी की प्रेम कहानी को लिखा गया है.

ब्राह्मण सभा का कहना है कि उन्हें पुख्ता तौर पर सूत्रों से पता चला है कि फिल्म में इस प्यार से संबंधित दृश्यों  की शूटिंग की जा रही है. सभा के मुताबिक रानी लक्ष्मीबाई का चित्रण फिल्म में आपत्तिजनक तरीके से किया जा रहा है. उनकी जीवनी में तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है. जो ब्राह्मण महासभा को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं. ब्राह्मण सभा का कहना है अगर ऐसा हुआ तो वो किसी हालत में न तो फिल्म की शूटिंग होने देंगे और न ही इसे रिलीज.

साथ ही ब्राह्मण महा सभा ने मांग की है कि फिल्म निर्माता हलफनामा दें कि ऐसा कोई सीन फिल्म में शूट नहीं किया जाएगा. साथ ही उन्हें फिल्म के लेखक और सलाहकार इतिहासकारों का नाम उपलब्ध कराया जाए.

क्या है लक्ष्मीबाई का ब्राह्मणों से रिश्ता

दरअसल ब्राह्मणों का कहना है कि रानी लक्ष्मीबाई ब्राह्मण परिवार में पैदा हुईं थीं. उनका जन्म वाराणसी जिले के भदैनी में 19 नवम्बर 1828 को हुआ. उनका बचपन का नाम मणिकर्णिका था. लेकिन उन्हें मनु भी कहा जाता था. उनके पिता मोरोपन्त तांबे मराठा बाजीराव की सेवा में थे.

सन् 1842 में मनु का विवाह झांसी के मराठा शासक राजा गंगाधर राव नेवालकर के साथ हुआ. वो झांसी की रानी बनीं. विवाह के बाद उनका नाम लक्ष्मीबाई रखा गया. 21 नवम्बर 1853 को उनके पति राजा गंगाधर राव की मृत्यु हो गई थी.

कब होगी रिलीज?

125 करोड़ के बजट से बनाई जा रही फिल्म मणिकर्णिका की शूटिंग साल 2017 में वाराणसी के घाटों पर शुरू हुई थी. फिलहाल फिल्म की शूटिंग राजस्थान के झूंझनु मे हो रही है.

बता दें कि इस फिल्म में रानी लक्ष्मीबाई की भूमिका में कंगना रानौत हैं. जबकि सहयोगी भूमिकाओं में अंकिता लोखंडे, सोनू सूद, अनिल कुलकर्णी और जिसू सेनगुप्त हैं. कमल जैन निर्मित इस फिल्म का निर्देशन कृष कर रहे हैं. फिल्म के इसी साल जून महीने में रिलीज होने की उम्मीद है.