सोनाक्षी सिन्हा स्टारर 'नूर' पहले दिन ही बॉक्स ऑफिस पर दम तोड़ती नजर आई. निर्देशक सुनील सिप्पी की ये फिल्म पहले दिन 1.25 करोड़ की ओपनिंग के साथ इस साल की सबसे कमजोर फिल्म साबित हुई. दूसरे दिन फिल्म के कारोबार में और गिरावट दर्ज हुई और इसके साथ ही फिल्म की सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया.
सोनाक्षी सिन्हा के स्टारडम पर फिल्ममेकर्स का अतिआत्मविश्वास ही इस फिल्म का सबसे कमजोर पहलू साबित हो रहा है.
नूर का रिव्यू : धीमी स्टोरी और घटिया एडिटिंग ने चुराया सोनाक्षी का 'नूर'
ट्रेड पंडितों का अनुमान था कि सोनाक्षी का क्रेज दर्शकों को थियेटरों तक लाने में कामयाब होगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं. उल्टे दर्शक फिल्म की निगेटिव रिव्यू के कारण इससे छिटक गए हालांकि इस फिल्म के ट्रेलर को जबरदस्त रेस्पॉन्स मिला था.
जानकारों का कहना है कि आईपीएल के कारण दर्शक सिनेमा घरों से दूर ही नजर आये. रवीना टंडन की फिल्म 'मातृ' भी बॉक्स ऑफिस पर कुछ ख़ास कमल नहीं दिखा पा रही. रंगून,नाम शबाना, फिल्लौरी,नूर, बेगम जान और मातृ के बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट ने वुमन सेंट्रिक फिल्मों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है.