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Year Ender: बॉलीवुड में बड़े बदलावों के लिए याद किया जाएगा साल 2018

अगर साल 2017 में बॉलीवुड के सितारों का स्ट्रीमिंग सर्विसेज की तरफ पलायन की शुरुआत देखी गई थी तो 2018 में उस पलायन में कलाकारों की भारी भीड़ नजर आई

Abhishek Srivastava

साल 2018 के ट्रेंड्स

साल 2018 में कई नई चीजों के दीदार हुए. अगर आयुष्मान खुराना और राजकुमार राव अपने ही तरीके से बाकी सितारों के लिए खतरे की घंटी बने तो वहीं, दूसरी तरफ सफलता के पर्याय माने जाने वाले शाहरुख खान, आमिर खान और सलमान खान - इन सभी की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर खोटा सिक्का साबित हुईं. नए खून का जोश 2018 में देखने को मिला जब अमर कौशिक, अमित शर्मा, विक्की कौशल जैसे टैलेंट ने लोगों को दिखा दिया कि आने वाला समय उनका ही होने वाला है. अगर साल 2017 में बॉलीवुड के सितारों का स्ट्रीमिंग सर्विसेज की तरफ पलायन की शुरुआत देखी गई थी तो 2018 में उस पलायन में कलाकारों की भारी भीड़ नजर आई.


बॉलीवुड के खान्स की चमक धूमिल हुई

2018 आमिर खान, सलमान खान और शाहरुख खान के करियर में एक ऐसा साल रहा जिसे तीनों ही आगे चल कर शायद याद न करें. 2018 एक अनूठा साल इस मायने में था कि इन सभी खान्स की एक-एक फिल्म सिनेमाघरों मे रिलीज हुई और किसी भी फिल्म को जनता जनार्दन की शाबाशी नहीं मिली. जब ‘रेस 3’ रिलीज थी हुई तब उसके बारे में यही कहा गया कि ये साल की सबसे बकवास फिल्म है लेकिन लोगों ने आमिर खान की फिल्म ‘ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान’ उस वक्त तक देखी नहीं थी. रमेश सिप्पी की फिल्म ‘शक्ति’ के बाद ये ऐसा पहली बार हो रहा था कि फिल्म जगत के दो दिग्गज अभिनेता किसी एक फिल्म में एक साथ काम कर रहे थे. अमिताभ बच्चन और आमिर खान की जोड़ी ‘ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान’ को बॉक्स ऑफिस पर डूबने से बचा नहीं पाई. साल के अंत में लोगों को शाहरुख खान की फिल्म ‘जीरो’ से ढेरों उम्मीदें थीं लेकिन इस फिल्म ने भी जनता को दगा दे दिया. फिल्मी इतिहास में ये ऐसा पहली बार हुआ कि एक साल में तीनों खान की फिल्में रिलीज हुईं और तीनों को ही जनता की लताड़ मिली. खैर, ये इनके लिए एक बड़ी सीख होनी चाहिए कि शो करने से ज्यादा अगर फिल्म की पटकथा पर मेहनत की जाए तो वो हमेशा श्रेयस्कर रहेगा.

अगर स्क्रिप्ट शानदार है तो फिल्म में ए-लिस्टर है या नहीं ये मायने नहीं रखता है

स्त्री, अंधाधुन, मुल्क, बधाई हो कुछ ऐसी फिल्में थीं जिनसे रिलीज के पहले ट्रेड को ज्यादा उम्मीदें नहीं थीं लेकिन एक बार जब ये फिल्में सिनेमाघरों में रिलीज हुईं तब इन सभी फिल्मों का जादू सर चढ़ कर बोला और इस कदर बोला कि ये फिल्में सिनेमाघरों से उतरने का नाम ही नहीं ले रही थीं. इन फिल्मों की कामयाबी ने ये साबित कर दिया कि अगर आपकी कहानी और स्क्रीनप्ले में धार है तो उस फिल्म को सफल होने से कोई नहीं नहीं रोक सकता है  - उस फिल्म में बड़े सितारे हों या न हों ये कतई मायने नहीं रखता है. राजकुमार राव, आयुष्मान खुराना फिल्म जगत के ऐसे सितारे हैं जिनको शानदार अभिनेता तो माना जाता है लेकिन कोई भी इनसे इस बात की उम्मीद नहीं करता है कि इनकी फिल्में 100 करोड़ का व्यापार करेंगी. इन सभी मिथ को इन छोटी फिल्मों ने और इन कलाकारों ने एक-एक करके तोड़ा.

लीक से हट कर चलने में ही समझदारी है

‘मेरी प्यारी बिंदु’ के रिलीज के दौरान एक इंटरव्यू में आयुष्मान खुराना ने ये कहा था कि उनकी कोशिश यही है कि बॉलीवुड में जो जगह अमोल पालेकर के जाने के बाद खाली हुई है वो उसकी भरपाई दें. ‘बधाई हो’ और ‘अंधाधुन’ की कामयाबी के बाद के बाद यही लगता है कि आयुष्मान बिलकुल सही रास्ते पर हैं. इस साल रिलीज हुई ‘अंधाधुन’ और ‘बधाई हो’ और उसके पहले पिछले साल ‘बरेली की बर्फी’ और ‘शुभ मंगल सावधान’ से आयुष्मान ने साबित कर दिया कि रिस्क लेने का गुदा उनके अंदर है. कुछ वही हाल राजकुमार राव का भी है. हालिया दिनों में राजकुमार ने अपने अभिनय में शेड्स की बहार ला दी है. इसी साल अगर वो ‘ओमेर्टा’ में वो एक क्रूर आतंकवादी की भूमिका में नजर आए तो वहीं, दूसरी तरफ ‘स्त्री’ में उन्होंने हंसा हंसा कर लोगों को लोटपोट भी किया. 2018 का सन्देश साफ है कि हाथ फैलाने और पैंट पकड़ कर नाचने के दिन लद गए हैं.

ओ टी टी प्लेटफॉर्म और बड़े पर्दे की दूरियां सिमटीं

साल के खत्म होते होते अभिषेक बच्चन ने भी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म की दुनिया में छलांग लगा ही दी. अमेजन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के सीरिज ‘ब्रेथ’ के दूसरे सीजन से अभिषेक बच्चन अपने स्ट्रीमिंग करियर की शुरुआत करेंगे. लेकिन स्ट्रीमिंग की दुनिया में किसी ने अगर धमाका साल 2018 में किया तो वो निस्संदेह सैफ अली खान ही थे. ‘सेक्रेड गेम्स’ के पहले लोग उनके बारे में ये भी कहने लगे थे कि उनका फिल्मी करियर खत्म हो चुका है लेकिन ‘सेक्रेड गेम्स’ की अपार सफलता ने सारे समीकरण बदल दिए. अभिनय क्षमता के मामले मे सैफ अली खान किसी भी खान से कम नहीं हैं और ये उनका बुरा समय ही माना जाएगा कि उनकी फिल्मों को सफलता हाथ नहीं लगी. लेकिन ये बात पक्की है कि नेटफ्लिक्स के ‘सेक्रेड गेम्स’ ने सैफ अली खान के करियर को किसी और मोड़ पर जरूर खड़ा कर दिया है. इनके अलावा राजकुमार राव भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन को स्ट्रीमिंग की दुनिया में साकार किया. आर माधवन और अमित साध अमेजन के ‘ब्रेथ’ में नजर आए. विवेक ओबेरॉय और ऋचा चड्ढा तो इस साल के पहले भी स्ट्रीमिंग की दुनिया में कूद चुके थे. निम्रत कौर, कलकी, जिम सर्भ, राधिका आप्टे इन सभी ने ओ टी टी प्लेटफॉर्म के लिए काम किया. कमाल की बात तो ये थी कि पूरे साल अपने अभिनय से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचने वाले पंकज त्रिपाठी ने भी साल खत्म होते होते ‘मिर्जापुर’ से स्ट्रीमिंग की दुनिया में छलांग लगा दी. स्ट्रीमिंग ने सिनेमा हॉल्स को 2018 में जबरदस्त टक्कर दी.