view all

किसी फिल्म को हिट कराने के लिए Remix गाने की नहीं ओरिजिनैलिटी की जरूरत है

पिछले कुछ वर्षों में ऐसे कई पुराने और आइकॉनिक गाने एक नए रूप में सामने आए जो इस बात का सबूत हैं कि बॉलीवुड में अब क्रिएटिविटी क नाम पर कुछ नहीं बचा

Aditi Sharma

बॉलीवुड में 80 और 90 के दशक का दौर याद है आपको? लता मंगेशकर, अल्का यागनिक, उदित नारायण, कुमार सानू जैसे कलाकारों के गानों का मैजिक याद है, जो उस समय बॉलीवुड फिल्मों की जान हुए करते थे. जरूर याद होंगे, क्योंकि उस जमाने के गानों की बात ही कुछ और होती थी. उन गानों में एक अलग ही जादू होता था, जो लोगों के जेहन में बस जाता था. उस समय हर गाने में लोगों की क्रिएटिविटी और मेहनत साफ नजर आती थी, जो गाने को आइकॉनिक बना देती थी.

आज भी इन आइकॉनिक गानों का क्रेज बरकरार है. शायद यही वजह है कि जब एक बार फिर आइकॉनिक गाने का रिमिक्स बना कर और उसे नया रूप देकर उसके जादू को खत्म कोशिश की गई तो लोगों से देखा नहीं गया. कुछ समय में एक फिल्म रिलीज होने वाली है, टोटल धमाल. हाल ही में इस फिल्म का एक गाना रिलीज हुआ है. गाना है 'मुंगड़ा'. ये वही आइकॉनिक गाना है जो 80 के दशक में हेलन पर फिल्माया गया था.  फिल्म थी 1987 में आई 'ब्लैक'. ये गाना इतना जबरदस्त था कि 34 साल बाद भी लोग इस गाने के पीछे पागल हैं.


लोग आज भी इस गाने को और इसमें हेलेन की परफॉर्मेंस को काफी पसंद करते हैं. टोटल धमाल के मेकर्स को लगा कि क्यों न हेलेन के इस गाने को एक नया रूप देकर वही पुराना मैजिक वापस लाया जाए, जिससे ये गाना भी आइकॉनिक बन जाए. मेकर्स को उम्मीद थी कि जब पुराना मुंगड़ा इतना हिट हुआ तो इसका नया वर्जन तो और भी कमाल करेगा, लेकिन मेकर्स की ये उम्मीद धरी की धरी रह गई.

जैसे ही मुंगड़ा का रिमिक्स वर्जन लोगों के सामने आया, टोटल धमाल की पूरी टीम ट्रोल हो गई. लोगों ने कहा, बॉलीवुड इंडस्ट्री में अब कोई क्रिएटिविटी नहीं बची है. पुराने क्लासिकल गानों को बर्बाद किया जा रहा है. कई लोगों ने तो इस नए वर्जन को हेलेन की बेइज्जती बता दिया.

लता मंगेशकर ने भी लगाई लताड़

ये मामला तब और बढ़ गया जब संगीत की भगवान मानी जाने वाली लता मंगेशकर ने भी इस गाने की आलोचना की. डेक्कन क्रॉनिकल को दिए इंटरव्यू में लता मंगेशकर ने इन गाने पर खुलकर अपनी बात रखी.. उन्होंने कहा, ये गाना उनको बिल्कुल पसंद नहीं आया. उन्होने कहा, अब तो कोई भी उनके गानों को रीमिक्स करने से पहले उनकी इजाजत भी नहीं लेता.  लता ने कहा कि हमारे गानों को काफी अच्छे से डील किया जाता था और उन्हें काफी सेंस के साथ बनाया जाता था. उन गानों की आहूति चढ़ाना अच्छी बात नहीं है. इसके अलावा मुंगड़ा गाने के ओरिजनल म्यूजिक डायरेक्टर राजेश रोशन ने भी इस मामले पर मेकर्स की आलोचना की. उन्होंने कहा, लगता है  म्यूजिक इंडस्ट्री ने नए गानों को बनाने का कॉन्फिडेंस खो दिया है.

बात अच्छे बुरे की नहीं, बात क्रिएटिविटी की है...

वैसे ऐसा नहीं था कि पुराने गानों को रीमिक्स कर वापस उन्हें हिट बनाने का ख्याल केवल टोटल धमाल के मेकर्स के मन में आया हो. इससे पहले भी ऐसी कई फिल्में आ चुकी हैं, जिनमें पुराने गानों को रीमिक्स बनाया गया. खासकर पिछले कुछ सालों में ऐसे कई पुराने और आइकॉनिक गाने एक नए रूप में सामने आए जो इस बात का सबूत थे कि बॉलीवुड में अब क्रिएटिविटी के नाम पर कुछ नहीं बचा. सवाल यहां ये नहीं है कि गाना अच्छा है या बुरा है, पर सवाल ये है कि क्या बॉलीवुड में अपना खुद का कुछ नहीं बचा? क्या बॉलीवुड पुराने गानों को रीमिक्स करने तक ही सीमित रह गया है.

पिछले 2 सालों में जितनी फिल्में आई हैं उनमें से आधे से ज्यादा में रीमिक्स गानों का इस्तेमाल किया गया. मिसाल के तौर पर ए आर रहमान का आइकॉनिक गाना हम्मा-हम्मा ले लीजिए. लोग इस गाने के पीछे किस कदर दीवाने हैं, शायद इस बात को बताने की जरूरत नहीं है. 2017 में फिल्म आई थी OK JANU, जहां इस गाने का रीमिक्स इस्तेमाल किया गया. एक अच्छे और जादुई गाने को खराब कैसे किया जाता है, ये गाने को देखकर पता चल सकता है.

इसके अलावा  एक और बार ऐसी कोशिश हुई जब एक आइकॉनिक गाने का रीमेक बानकर उसको हिट कराने की कोशिश की गई. ये गाना था माधुरी दीक्षित पर फिल्माया गया- एक दो तीन... इसका रीमिक्स वर्जन गाना बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन पर फिल्माया गया. लेकिन इस गाने का भी वही हाल हुआ जो आज मुंगड़ा गाने का हुआ है. इसके अलावा 'ये खबर छपवा दो', 'आंख मारे', दिलबर-दिलबर' , 'छम्मा छम्मा', 'तम्मा तम्मा' जैसे कई गानों का रीमेक बना जो 90 के दशक की जान हुआ करते थे.

अब एक सवाल, अगर किसी फिल्म को हिट कराना है तो उसमें कोई पुराना हिट गाने का रिमिक्स वर्जन डाल देना कहां तक सही है. 90 के दशक में गानों को देखकर लगता था कि अगर अभी बॉलीवुड में म्यूजिक का लेवल ये है तो आगे जाकर ये क्या कमाल होने वाला है. लेकिन फिलहाल जो हो हाल है वो इसके बिल्कुल उलट है. लोगों को ये बात क्यों नहीं समझ में आती कि अगर किसी गाने को आइकॉनिक बनाना है, उसे हिट कराना है तो सबसे ज्यादा जरूरी है उसकी ओरिजिनालिटी, उसकी क्रिएटिविटी. अगर ये रीमेक गानों का सिलसिला यूं ही चलता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब करण जौहर की तरह बाकी लोग भी कहेंगे , 'Oh god one more remix'.