1 फरवरी को पेश होने वाले आम बजट से बॉलीवुड को भी खास उम्मीदें हैं. हालांकि, इस बजट के मामले में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं बॉलीवुड से आ रही हैं. लोग बजट में जीएसटी के कम होने की भी उम्मीद कर रहे हैं.
बजट से है बॉलीवुड को उम्मीद
1 फरवरी को पेश होने वाले आम बजट से बॉलीवुड को काफी उम्मीदें हैं. लेकिन इस बाबत मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. जो किसी और ही तरफ इशारा कर रही हैं. फैशन डिजायनर रोहित वर्मा ने कहा कि, ‘फैशन उद्योग पर जीएसटी ने हमारे कारोबार को काफी प्रभावित किया है. हमें उम्मीद है कि जीएसटी कम हो जाएगी. इसके अलावा भारतीय कपड़ों पर कोई भी जीएसटी नहीं होनी चाहिए. वहीं, रमेश तौरानी का इस मामले में कहना है कि, ‘हम चाहते हैं कि सरकार जीएसटी पर फिर से विचार करे क्योंकि हमारे थियेटर में आने वाले लोगों की संख्या काफी कम हो गई है.’
सरकार से नहीं है उम्मीद
फिल्म निर्माता टी पी अग्रवाल का कहना है कि, ‘हमें सरकार से कोई उम्मीद नहीं है. हम जीएसटी के मुद्दे को लेकर कई बार मिले हैं लेकिन हमारे मुताबिक इसमें कोई भी काम नहीं किया गया. वहीं, विशेष भट्ट ने कहा कि, ‘हम आसान तरीके से जीएसटी की फाइलिंग चाहते हैं, चीन जैसे नए सिनेमाघरों के लिए बड़ा प्रोत्साहन और अनुमतियों में आसानी, स्टार्टअप इंडिया के लाभ के साथ नई उत्पादन इकाइयों को बढ़ावा देने और निर्माण क्षेत्र, फिल्म संग्रह और सांस्कृतिक विद्यालयों में उन्नयन और नवाचार के लिए अधिक करों का प्रचार और विश्वविद्यालयों के लिए अध्ययन, कलात्मक कौशल विकास प्रोत्साहन ये सब कुछ चाहता हूं.’
राहत की है उम्मीद
धर्मा प्रोडक्शन के अपूर्व मेहता ने कहा कि, ‘इस साल के केंद्रीय बजट में आर्थिक विकास में तेजी लाने के लिए आवश्यक प्रोत्साहन प्रदान करने की हमें उम्मीद है. हम चाहते हैं कि मनोरंजन उद्योग द्वारा उठाए गए चिंताओं को संबोधित किया जाए और इसके लिए कुछ राहत मिल सके. हाल के दिनों में जीएसटी के क्रियान्वयन से निश्चित रूप से भारत में अप्रत्यक्ष कर प्रशासन को अपने उद्योग के लिए एकजुट करने में मदद मिली है.’