कई फिल्मों में विलेन का किरदार निभा चुके एक्टर जीतू वर्मा इन दिनों मुंबई के अस्पताल में अपना इलाज करा रहे है. जीतू की कार पर कुछ लोगों ने पत्थरबाजी की जिसमें उनकी आंख पर गंभीर चोट आई है, डॉक्टर्स के मुताबिक उनकी एक आंख की रोशनी हमेशा के लिए जा भी सकती है.
मामला तीन दिन पहले का है जब जीतू माउंट आबू से जयपुर वापस आ रहे थे. रास्ते में चित्तौड़गढ़ के पास कुछ लोगों ने उनकी कार पर पथराव शुरू कर दिया. जिससे घबराकर जीते के ड्राइवर ने कार को और भी तेजी से भगाना शुरू कर दिया. जीतू बगल की सीट पर बैठे थे कि एक पत्थर से उनकी कार का शीशा टूट गया और पत्थर उनकी आंख के ठीप ऊपरवाले हिस्से पर आकर लगा.
लेकिन ड्राइवर ने कार दौड़ाना बंद नहीं किया. एक टोल नाका पर आकर जब उन्होंने कार रोकी तो जीतू की आंख से काफी खून बह गया था. उन्होंने तुरंत पुलिस को जानकारी दी और उदयपुर के रास्ते मुंबई के लिए रवाना हुए. जीतू के मुताबिक इसी दिन दो और लोगों की कार पर इसी तरह से हमला हुआ था. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
जीतू के भाई, मनोहर वर्मा एक बड़े एक्शन डायरेक्टर हैं और उन्होंने एयरलिफ्ट, नीरजा, मिर्जियां और मद्रास कैफे जैसी फिल्मों में एक्शन सीन्स का डायरेक्शन किया है. मनोहर के मुताबिक राजस्थान कभी भी इतना अनसेफ नहीं था लेकिन पिछले कुछ दिनों से वहां से इसी तरह की बुरी खबरें आ रही हैं. संजय लीला भंसाली पर भी करणी सेना के लोगों ने इसी तरह हमला किया था और पुलिस ने कोई कड़ा एक्शन नहीं लिया. ये पुलिस की ढिलाई की वजह से भी हो सकता है कि अराजक तत्वों के मंसूबे इतने बढ़ गए हैं.
जीतू खुद भी एक घुड़सवारी ट्रेनिंग स्कूल चलाते हैं और उन्होंने कंगना को रंगून में घुड़सवारी की ट्रेनिंग दी थी इसके अलावा सुशांत सिंह राजपूत और कृति सनन को भी उन्होंने राबता के लिए ट्रेनिंग दी.
फिलहाल जीतू की आंख की हालत नाजुक है कुछ भी कहना थोड़ी जल्दबाजी होगी. लेकिन जिस तरह की चोट है उससे उनकी एक आंख की रोशनी जा भी सकती है.