पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने शुक्रवार को एक बार फिर मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाए. एक साथ पांच ट्वीट कर उन्होंने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों पर सवाल उठाए.
उन्होंने कहा कि एक तरफ पेट्रोल और डीजल की रोज बढ़ती कीमतों से आम लोग परेशान हो रहे हैं. केंद्र सरकार राहत देने के बारे में सोच नहीं रही है.
पूर्व वित्तमंत्री चिदंबरम ने सिलसिलेवार पांच ट्वीट कर केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा, पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं. वहीं बीजेपी सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर कराधान कर बड़ा लाभ कमाया है.
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दूसरा ट्वीट
तीसरा ट्वीट
चौथा ट्वीट
पांचवा ट्वीट
उन्होंने कहा कि यह उपभोक्ता विरोधी तरीका है, क्योंकि इससे बस उपभोक्ता निचोड़े जा रहे हैं. बीजेपी सरकार पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाकर उपभोक्ताओं को राहत क्यों नहीं दे रही है?
चिदंबरम ने कहा कि सरकार 30 हजार करोड़ रुपए तक ही उधारी में कटौती कर सकती है, लेकिन एचपीसीएल के शेयर्स खरीदने के लिए ओएनजीसी 30 हजार करोड़ रुपए उधार लेकर सरकार को भुगतान करेगी, तो इसमें अंतर कहां रहा. यह एक ही बात हुई और ये 30 हजार करोड़ रुपए बाजार में राजकोषीय घाटे में ही जुड़ेंगे.
इससे पहले शनिवार को उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र के हालात पर केंद्र सरकार को घेरा था.