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फोक्सवैगन भारत में वापस लेगी ‘चीट डिवाइस’ वाली कारें

जर्मनी की दिग्गज कार कंपनी फोक्सवैगन भारत में 3.23 लाख से ज्यादा कारें रिकॉल करेगी

FP Staff

ग्लोबल इमिशन स्कैंडल में फंसी जर्मनी की दिग्गज कार कंपनी फोक्सवैगन भारत में 3.23 लाख से ज्यादा कारें रिकॉल करेगी. फोक्सवैगन ने गुरुवार को कारें रिकॉल करने से जुड़ा रोडमैप नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) को सौंपा है. इमिशन टेस्ट में हेरफेर करने के लिए कंपनी की इन कारों में चीट या डिफीट डिवाइस लगाए गए थे.

दुनिया भर में कारें रिकॉल कर रही है फोक्सवैगन


एनजीटी ने बुधवार को इस संबंध में निर्देश दिए थे, जिनका पालन करने के लिए कंपनी ने रोडमैप सौंपा है. ऑटोमोबाइल सेक्टर की दिग्गज कंपनी दुनिया भर में कई लाख कारें रिकॉल करने की प्रक्रिया में है. चीट या डिफीट डिवाइस, डीजल इंजन में लगा ऐसा सॉफ्टवेयर है, जोकि कार के परफॉर्मेंस में बदलाव करके इमिशन टेस्ट में हेरफेर करता है.

टेस्ट में 1.1-2.6 गुना था ज्यादा ऑन-रोड इमिशन

ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ARAI) की तरफ से कुछ मॉडल्स पर किए गए टेस्ट के बाद वॉक्सवैगन ने दिसंबर 2015 में भारत में 3,23,700 कारें रिकॉल करने की घोषणा की थी. ARAI ने टेस्ट में पाया था कि इन मॉडल्स का ऑन-रोड इमिशन BS-IV नॉर्म्स से 1.1-2.6 गुना ज्यादा है.

फोक्सवैगन ने अमेरिका, यूरोप और दूसरे ग्लोबल मार्केट में बेची गई 1.1 करोड़ डीजल इंजन कारों में डिफीट डिवाइस का इस्तेमाल करने की बात स्वीकार की थी. हालांकि, कंपनी ने कहा था कि भारत में कारों का रिकॉल पूरी तरह से स्वैच्छिक है, क्योंकि कंपनी अमेरिका की तरह भारत में उत्सर्जन संबंधी नियमों का उल्लंघन करने के जुड़े किसी आरोप का सामना नहीं कर रही है.

(साभार न्यूज़ 18)