हर साल बजट के साथ यह उम्मीद बढ़ जाती है कि सरकार अपनी पोटली से कोई तोहफा देगी. इसबार भी यह उम्मीद है. देश की महिलाएं चाहती हैं कि फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली इस साल के बजट में टैक्स स्लैब बढ़ाकर टैक्स का बोझ कम करें.
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क्या है डिमांड?
-महिला टैक्सपेयर की मांग है कि उन्हें सशक्त बनाने के लिए उनपर टैक्स का भार कम होना चाहिए. लंबे समय से महिलाओं को अतिरिक्त टैक्स छूट नहीं मिली है. लिहाजा इस बार उनके लिए टैक्स स्लैब की अलग लिमिट तय हो.
-बेटी के जन्म पर उनके मां-बाप को टैक्स में छूट मिले. इससे कन्या भ्रूण हत्या रोकने में भी मदद मिलेगी.
-बेटी की पढ़ाई के लिए अतिरिक्त अलाउंस मिले. इससे सरकार की 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान को बढ़ावा मिलेगा.
-सुकन्या समृद्धि योजना के जरिए टैक्स छूट दिए जाने की मांग हो रही है. इसके तहत सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलवाने की उम्र बढ़ाकर 18 साल करने की मांग हो रही है. अभी तक इस योजना में बेटी के जन्म से लेकर 10 साल की उम्र तक खाता खुलवाया जा सकता है. इस योजना में 9 फीसदी से ज्यादा ब्याज मिले और रकम निकालने पर कोई टैक्स ना चुकाना पड़े.
- सिंगल विमेन फाइनेंस मिनिस्टर कुछ ज्यादा राहत की मांग कर रही है. उनकी मांग है कि अकेले परिवार चलाना मुश्किल होता है लिहाजा इन महिलाओं के लिए टैक्स छूट का दायरा बढ़ा देना चाहिए. सिंगल विमेन टैक्सपेयर की तादाद काफी कम है.