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IUC कटौती को लेकर आधारहीन आलोचना से ट्राई चेयरमैन दुखी

शर्मा के 1 अक्टूबर से आईयूसी को 14 पैसे से घटाकर 6 पैसे और 1 जनवरी 2020 से इसे पूरी तरह खत्म करने के निर्णय की आलोचना हो रही है

Bhasha

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के चेयरमैन आर एस शर्मा ने कहा कि वह इंटर कनेक्शन यूसेज चार्ज (आईयूसी) में कटौती को लेकर हुई आधारहीन आलोचना से आहत हैं. उन्होंने कहा कि बिना सबूत के ट्राई की ईमानदारी और सत्यनिष्ठा पर सवाल उठाना गलत है. यह मुझ पर कीचड़ उछालने जैसा है.

एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने पर लगने वाला शुल्क आईयूसी कहलाता है.


शर्मा ने 1 अक्टूबर से आईयूसी को 14 पैसे से घटाकर 6 पैसे और 1 जनवरी 2020 से इसे पूरी तरह खत्म करने के निर्णय का बचाव करते हुए कहा, ‘हम रचनात्मक आलोचना का स्वागत करते हैं. यह एक आजाद देश है. लोगों के पास अपनी बात रखने का हक है. कुछ आलोचक सामान्य आलोचना से आगे निकल गए. वो प्रधिकरण और इससे जुड़े लोगों की ईमानदारी और सत्यनिष्ठा पर सवाल उठाने लगे.’

ट्राई चेयरमैन ने बिना किसी का नाम लिए कहा, ‘आप बुद्धिमान और ज्ञानी हो सकते हैं. आप अर्थव्यवस्था और लोक नीति के विशेषज्ञ हो सकते हैं. यह आपको अपना मत रखने के योग्य भी बनाता है, पर आप किसी को बेईमान नहीं बोल सकते हैं.’

आईयूसी में कटौती की भारती एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया जैसी बड़ी दूरसंचार कंपनियों ने आलोचना की है. शर्मा से पहले के ट्राई के चेयरमैन रहे राहुल खुल्लर ने भी इस कदम की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा था कि इस निर्णय से मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो को फायदा पहुंचेगा.