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मिट रहा है पेशेवर और प्राइवेट यात्राओं के बीच का फर्क: रिपोर्ट

कारोबारी उद्देश्य के लिए भारतीय पेशेवरों की यात्राएं बढ़ी हैं

Bhasha

जैसे-जैसे कारोबारी उद्देश्य के लिए भारतीय पेशेवरों की यात्राएं बढ़ी हैं, इन यात्राओं को विस्तृत करके छुट्टियां मनाने की प्रवृत्ति में भी इजाफा हुआ है. इसके कारण कारोबारी यात्राओं और निजी यात्राओं के बीच का फर्क मिटता जा रहा है.

यात्रा संबंधी सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनी एफसीटीजी ऑस्ट्रेलिया की भारतीय इकाई एफसीएम ट्रैवेल सॉल्यूशंस की ‘ब्लीजर रिपोर्ट, इंडिया’ में यह जानकारी सामने आई है. इसके अनुसार सर्वेक्षण में भाग लेने वालों में से करीब 38 प्रतिशत लोग एक से लेकर तीन कारोबारी यात्राएं कर चुके हैं. इनमें से 29 प्रतिशत लोगों ने कम-से-कम एक बार अपनी यात्रा को छुट्टियां मनाने के लिए बढ़ाया था.


कंपनी के प्रबंध निदेशक रक्षित देसाई ने पीटीआई भाषा को यहां बताया, 'कारोबारी यात्राओं में कई हदें होती हैं तथा वे नीतियों पर आधारित होती हैं. वहीं, छुट्टियां मनाने वाली यात्राएं खासकर विदेशी यात्राएं काफी कम होती हैं.’

उन्होंने आगे कहा, 'हालांकि, सर्वे में एक शानदार परंपरा ब्लीजर (बिजनेस और लीजर) का पता चला. यह रोचक है कि कारोबारी यात्राओं तथा छुट्टियां मनाने वाली निजी यात्राओं के बीच का फर्क तेजी से खत्म हो रहा है.’