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अब तक के निचले स्तर पर पहुंचा रुपया, इन चीजों पर पड़ेगा असर

तरराष्ट्रीय बाजार में रुपए के टूटने के दो प्रमुख कारण हैं. पहला कच्चे तेल के बढ़ते दाम. दूसरा चीन-अमेरिका सहित देशों के बीच बढ़ते ट्रेड वॉर

FP Staff

हफ्ते की शुरुआत में ही रुपए में गिरावट का दौर शुरू हो गया है. रुपए ने अब तक का सबसे निचला स्तर छू लिया है. डॉलर के मुकाबले रुपए ने रिकॉर्ड गिरावट के साथ शुरुआत की है. डॉलर के मुकाबले रुपया 63 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 69.47 के स्तर पर खुला है. रुपए के टूटने के बाद विपक्षी दलों सहित हर कोई इस पर सवाल उठा रहे हैं.

क्यों कमजोर हुए रुपया?


अंतरराष्ट्रीय बाजार में रुपए के टूटने के दो प्रमुख कारण हैं. पहला कच्चे तेल के बढ़ते दाम. दूसरा चीन-अमेरिका सहित देशों के बीच बढ़ते ट्रेड वॉर. इसका सीधा असर देश में आयात होने वाले सामानों पर पड़ेगा. मतलब कंप्यूटर, इम्पोर्टेड मोबाइल और सोना महंगा होगा. इसका सीधा मतलब ये भी है कि तेल कंपनियां देश में पेट्रोल के दाम बढ़ाएंगी और असर आपकी जेब पर होगा.

रुपए के कमजोर होने  से क्या-क्या हो सकते हैं नुकसान?

जब रुपया गिरेगा और पेट्रोल, डीज़ल के दाम बढ़ेंगे तो इनका असर अन्य चीज़ों पर भी होगा. मतलब दूसरी ज़रूरी चीज़ों के दाम में इजाफा होगा.

अगर रुपया डॉलर के मुकाबले ज्यादा गिरेगा तो आरबीआई ब्याज की दरों में इजाफा कर सकती है. इसका सीधा असर लोगों को लोन और होम लोन पर पढ़ेगा. उनकी ईएमआई बढ़ेगी.

रुपए गिरने का सबसे ज्यादा नुकसान विदेश में पढ़ने वाले छात्रों को भी होगा. क्योंकि उन्हें डॉलर्स में फीस देनी होगी और उसे चुकाने के लिए ज्यादा रुपए खर्च करने होंगे.

विदेश यात्रा करने वाले लोगों को पहले से ज्यादा दाम चुकाने होंगे. क्योंकि विदेश में रुकने के लिए होटल, खाने के लिए भोजन और दूसरी चीज़ों के लिए ज्यादा दाम देने होंगे. विदेश यात्रा करने वाले लोगों को पहले से ज्यादा दाम चुकाने होंगे. क्योंकि विदेश में रुकने के लिए होटल, खाने के लिए भोजन और दूसरी चीज़ों के लिए ज्यादा दाम देने होंगे.

रुपए गिरने के बाद जो सबसे ज्यादा फायदे में होंगे वो हैं देश के निर्यातक. उन्हें अपना सामान बेचने में पहले से ज्यादा फायदा होगा मतलब उनकी कमाई बढ़ेगी.