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RSS विचारक गुरुमूर्ति को मिली RBI बोर्ड में जगह, कहा- जनहित में स्वीकारा पद

गुरुमूर्ति के अलावा सरकार ने बिजनेसमैन सतीश काशीनाश मराठे को भी गैर आधिकारिक निदेशक के रूप में नियुक्ति किया है, वो चार साल के लिए इस पद पर नियुक्त किए गए हैं

PTI

सरकार ने चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) स्वामीनाथन गुरुमूर्ति को भारतीय रिजर्व बैंक के निदेशक मंडल में शामिल किया है. गुरुमूर्ति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध स्वदेशी जागरण मंच से जुड़े हैं.

कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने गुरुमूर्ति की रिजर्व बैंक के बोर्ड में गैर आधिकारिक निदेशक के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी है.


गुरुमूर्ति ने ट्वीट किया, ‘मैंने पहली बार निदेशक का पद स्वीकार किया है. पहले कभी सरकारी या निजी क्षेत्र में निदेशक नहीं रहा. न ही सार्वजनिक या निजी कंपनियों का ऑडिट किया. खुलकर बोलना चाहता हूं. लेकिन जब दबाव बना तो मुझे जनहित में कुछ करने की जरूरत है. इसी वजह से मैंने निदेशक पद स्वीकार किया है.’ गुरुमूर्ति तमिल पत्रिका तुगलक के संपादक भी हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब नवंबर, 2016 में नोटबंदी की घोषणा की थी उसके बाद दिए गए एक इंटरव्यू में गुरुमूर्ति ने कहा था कि नोटबंदी 'फाइनेंशियल पोकरण' है. उन्होंने कहा था कि कैश की बहुतायत में आदमी गैर जरूरी चीजें भी खरीदता है और इससे गैरजिम्मेदाराना खर्च बढ़ता है. इन्होंने कहा था कि नोटबंदी से एक बड़ा बदलाव आएगा.

गुरुमूर्ति के अलावा सरकार ने बिजनेसमैन सतीश काशीनाश मराठे को भी गैर आधिकारिक निदेशक के रूप में नियुक्ति किया है. वो चार साल के लिए इस पद पर नियुक्त किए गए हैं.