RBI के इस महीने मॉनेट्री पॉलिसी में बदलाव करने के चांस कम हैं. अर्थव्यवस्था में मामूली ग्रोथ के बावजूद RBI 5 दिसंबर को रेट बढ़ाने से बच सकती है.
जून के बाद RBI ने हर बार मॉनेट्री पॉलिसी रिव्यू में रेट बढ़ाया था. अक्टूबर में RBI ने पॉलिसी रेट में कोई बदलाव नहीं किया था. रेपो रेट फिलहाल 6.50 फीसदी है. मॉनेट्री पॉलिसी रिव्यू हर दो महीने में एकबार होता है.
क्या है रेपो रेट?
रेपो रेट वह है जिस पर RBI दूसरे बैंकों को दिनभर के कामकाज के लिए पैसे देता है. मॉनेट्री पॉलिसी कमिटी (MPC) ही पॉलिसी रेट तय करती है. इस बार MPC की बैठक 3 दिसंबर को शुरू होगी. MPC नए पॉलिसी रेट का ऐलान 5 दिसंबर को करेगी.
इसके पहले अक्टूबर में हुए पॉलिसी रिव्यू के बाद डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत हुआ है. अमेरिकी डॉलर के खिलाफ रुपए मजबूत होकर 70 रुपए पर पहुंच गया है. इस दौरान क्रूड ऑयल भी 86 डॉलर प्रति बैरल से घटकर 60 रुपए प्रति बैरल पर आ गया है.
हालांकि सितंबर तिमाही में भारत की ग्रोथ रेट गिरकर 7.1 फीसदी पर आ गई. जबकि इससे पहली तिमाही ग्रोथ रेट दो साल में सबसे ज्यादा हो गई थी. कंजम्पशन डिमांड घटने और फार्म सेक्टर कमजोर रहने के कारण ग्रोथ में कमी आई थी.
यह पिछली तीन तिमाहियों में सबसे कम है लेकिन पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले यह बेहतर है. पिछले साल की इसी तिमाही में ग्रोथ रेट 6.3 फीसदी थी. सेंट्रल स्टैस्टिक्स ऑफिस (CSO)के मुताबिक, इस फिस्कल ईयर की पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट 8.2 फीसदी रही.