view all

हर ज्वैलथीफ की पहली पसंद क्यों है पीएनबी

2006 में विनसम डायमंड्स ने भी पंजाब नेशनल को चूना लगाकर देश छोड़ दिया था और अब उसी स्टाइल में नीरव मोदी ने बैंक को चपत लगाई है

FP Staff

नीरव मोदी केस देखकर कई लोगों का मानना है कि यह विनसम डायमंड्स के मामले से काफी हद तक मिलता जुलता है. विनसम डायमंड्स ने बैंकों को इस कदर चूना लगाया कि इसे ज्वैल थीफ ऑफ बैंक कहा जाता है.

पिछले पांच साल में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को विनसम डायमंड्स और श्री गणेश ज्वैलर्स ने भी चूना लगाया था. इन लोगों के काम करने का तरीका ठीक वैसा ही था जैसे नीरव मोदी का रहा है. विनसम डायमंड्स की वजह से बैंकों के कंसोर्शियम को 7000 करोड़ रुपए का घाटा उठाना पड़ा था.


विनसम ग्रुप के प्रमोटर जतिन मेहता और उनकी पत्नी 2016 में ही देश छोड़ कर चले गए. अब वो फेडरेशन ऑफ सेंट किट्स एंड नेविस के नागरिक बन गए हैं. फिलहाल माना जा रहा है कि ज्यादातर पैसा देश से बाहर जा चुका है और इसकी रिकवरी के चांस भी बहुत कम हैं. अभी तक नीरव मोदी और मेहता की भारतीय कंपनियों के पास कर्ज चुकाने लायक पैसा नहीं है. पहले विनसम और अब नीरव मोदी बार-बार पंजाब नेशनल बैंक को ही क्यों निशाना बनाया जा रहा है.

पंजाब नेशनल बैंक ही क्यों?

29 जनवरी को मुंबई के पंजाब नेशनल बैंक ने एक क्रिमिनल रिपोर्ट फाइल की थी. यह शिकायत तीन कंपनियों और चार लोगों के खिलाफ थी. जिन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई उनमें नीरव मोदी और मेहुल चोकसी शामिल है. मेहुल चोकसी गीतांजली जेम्स के एमडी हैं. इन लोगों की वजह से 2.8 अरब रुपए का नुकसान हुआ है.

बैंक ने मुंबई ब्रांच के दो जूनियर कर्मचारियों पर यह आरोप लगाया है कि बगैर क्रेडिट लिमिट या मार्जिन फंड के ही लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी कर दिया. इन्हीं एलओयू के जरिए कंपनियां विदेश में सस्ती दरों पर लोन लेती हैं.