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तेल की कीमतों पर पीएम मोदी ने बुलाई बैठक में फैसला, OMC नहीं देगी और सब्सिडी

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2.50 रुपए प्रति लीटर की कमी का फैसला करने के बावजूद भारत में ईंधन की खुदरा दरें बढ़ रही हैं.

FP Staff

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2.50 रुपए प्रति लीटर की कमी का फैसला करने के बावजूद भारत में ईंधन की खुदरा दरें बढ़ रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को फिर से मुलाकात की और दरों को रोकने के लिए संभावित उपायों पर विचार-विमर्श किया.

पेट्रोल डीजल की कीमतों पर पीएम मोदी ने बैठक बुलाई है. बैठक में आने वाले निर्णयों में से एक यह है कि तेल विपणन कंपनियां (ओएमसी) को ईंधन की कीमतों में और सब्सिडी देने के लिए नहीं कहा जाएगा.


इससे पहले 4 अक्टूबर को केंद्र ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों के लिए 2.50 रुपए प्रति लीटर का कटौती की घोषणा की और कहा कि एक्साइज ड्यूटी कट का 1.50 रुपए प्रति लीटर सरकार के जरिए उठाया जाएगा जबकि बाकी 1 रुपए प्रति लीटर कट तेल विपणन कंपनियों के जरिए वहन किया जाएगा. कटौती की घोषणा करते हुए जेटली ने राज्य सरकारों से भी ईंधन की कीमतों में कटौती की अपील की थी ताकि कुल मूल्य कटौती 5 रुपए प्रति लीटर हो. जिसके बाद कई राज्य सरकारों ने केंद्र सरकार का साथ देते हुए तेल की कीमतों में कटौती की.

जेटली का कहना है कि एक्साइज ड्यूटी में 1.50 रुपए प्रति लीटर कटौती करने का फैसला केंद्र सरकार को इस वित्त वर्ष में 10,500 करोड़ रुपए का बोझ डालेगा.