केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतें भारत सरकार के नियंत्रण में नहीं हैं, इन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार (इंटरनेशल मार्केट) द्वारा तय किया जाता है.
शनिवार को हैदराबाद में भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) के राष्ट्रीय सम्मेलन में पेट्रोलियम मंत्री ने कहा, 'मैं समझ सकता हूं कि आपको (बीजेवाईएम कार्यकर्ताओं को) पेट्रोल और डीजल के कीमतों से जुड़े कई सवालों का सामना करना पड़ा होगा. हमने अपने देश के लोगों से वादा किया है कि हम अपने देश को कर्ज की ओर नहीं धकेल सकते हैं. इस कारण हमने कुछ भार अपने ऊपर ले लिया है.'
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा, 'तेल के दाम भारत सरकार के नियंत्रण में नहीं हैं. यह एक अंतरराष्ट्रीय वस्तु है.' उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में जो कीमत होती है, भारत को उसका भुगतान करना होता है.
प्रधान ने कहा कि केंद्र ने हाल में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में ढाई रुपए तक की कटौती की, जिसके बाद कई राज्य सरकारों ने भी इतनी ही राशि की कमी की. इससे आम जनता को फौरी रूप से 5 रुपए तक की राहत मिली है.
देश में पेट्रोल-डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर हैं. हालांकि पिछले 10 दिन से तेल के दाम में हर दिन गिरावट दर्ज की जा रही है. शनिवार को पेट्रोल 40 पैसे और डीजल 35 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ है.