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नोटबंदी के बाद कार्डों के जरिए लेन-देन में सिर्फ 7 फीसदी का इजाफा

इस दौरान कुल डिजिटल लेन-देन 23 प्रतिशत बढ़ा है

Bhasha

नोटबंदी के बाद क्रेडिट और डेबिट कार्डों के जरिए लेन-देन में मात्र सात प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि इस दौरान कुल डिजिटल लेन-देन 23 प्रतिशत बढ़ा है. एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने संसदीय समिति को यह जानकारी दी.

नोटबंदी और डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर बदलाव पर संसद की वित्त पर स्थायी समिति के समक्ष कई मंत्रालयों के अधिकारियों ने प्रस्तुतीकरण दिया. इसकी एक प्रति पीटीआई के पास है.


इसमें कहा गया है कि सभी माध्यमों से डिजिटल लेनदेन नवंबर, 2016 के 2.24 करोड़ से 23 प्रतिशत बढ़कर मई, 2017 में 2.75 करोड़ हो गया.

सबसे अधिक बढ़ोतरी यूपीआई लेन-देन में हुई 

सबसे अधिक बढ़ोतरी यूपीआई से लेन-देन में हुई. यह नवंबर, 2016 के 10 लाख प्रतिदिन से बढ़कर मई, 2017 में तीन करोड़ प्रतिदिन पर पहुंच गया. यूपीआई या यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) ऐसी प्रणाली है जिसमें कई बैंक खातों को एकल मोबाइल एप्लिकेशन में जोड़ा जा सकता है.

सरकारी अधिकारियों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार आईएमपीएस या तत्काल भुगतान सेवा के जरिए लेनदेन इस अवधि में 12 लाख से बढ़कर 22 लाख हो गया. यह इलेक्ट्रानिक तरीके से मनी ट्रांसफर सर्विस है.

सबसे कम वृद्धि प्लास्टिक कार्डों के जरिए लेनदेन से हुई. नवंबर, 2016 के 68 लाख से यह इस साल मई तक मात्र सात प्रतिशत वृद्धि के साथ 73 लाख तक पहुंचा.