नवंबर में महंगाई दर रिजर्व बैंक के अनुमानों से आगे चली गई है. बेमौसम भारी बारिश के कारण फसलें खराब होने के कारण महंगाई दर बढ़ गई है. नवंबर में रिटेल महंगाई दर 4.88 फीसदी रही. यह पिछले 15 महीनों में सबसे ज्यादा है.
अक्टूबर में यह महंगाई 3.58 फीसदी दर्ज की गई थी. अक्टूबर की मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू में आरबीआई ने महंगाई दर 4.2 फीसदी से लेकर 4.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया था.
अक्टूबर की मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू में आरबीआई ने कहा था कि इस इजाफे में केंद्र सरकार द्वारा अपने कर्मियों के एचआरए में वृद्धि करने की भी भूमिका रहेगी.
गौरतलब है कि 30 से अधिक इकोनॉमिस्ट के पोल में अनुमान जताया था कि नवंबर में रिटेल महंगाई दर 13 महीनों की ऊंचाई पर पहुंच सकती है. उसके अनुसार यह 4.20 फीसदी रह सकती है, हालांकि वास्तविक दर इससे भी अधिक आई है.
आईआईपी में गिरावट
महंगाई में जहां इजाफा हुआ है, वहीं औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों में कमी आई है. अक्टूबर का यह आंकड़ा एक साल पहले के 4.2 फीसदी की तुलना में कम होकर 2.2 फीसदी रह गया है.