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स्वच्छ गंगा मिशन: ब्रिटिश कारोबारियों ने दिए 500 करोड़

पटना, कानपुर, हरिद्वार और कोलकाता शहर में नदी तटों में सुधार और घाटों के निर्माण की जिम्मेदारी भारतीय मूल के ब्रिटेन के चार प्रमुख उद्योगपतियों ने ली है

Bhasha

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि ब्रिटेन में भारतीय मूल के कारोबारियों ने स्वच्छ गंगा अभियान से संबद्ध करीब 500 करोड़ रुपए की परियोजनाओं में सहयोग के लिए प्रतिबद्धता जताई है.

गंगा, नदी विकास, जल संसाधन, राजमार्ग, नौपरिवहन और यातायात मंत्री ने कहा कि पटना, कानपुर, हरिद्वार और कोलकाता शहर में नदी तटों में सुधार और घाटों के निर्माण की जिम्मेदारी ब्रिटेन के चार प्रमुख उद्योगपतियों ने ली है.


पटना में जन्मे वेदांता समूह के प्रमुख अनिल अग्रवाल ने शहर में नदी तटों के पुनरुद्धार में अपना समर्थन देने का संकल्प जताया है, नौपरिवहन क्षेत्र के पूंजीपति रवि मेहरोत्रा ने कानपुर में इन परियोजनाओं की जिम्मेदारी ली है, हिंदुजा समूह हरिद्वार में घाटों को विकसित करेगा और इंडोरामा समूह के प्रमुख श्री प्रकाश लोहिया कोलकाता के गंगा सागर के पुनरूद्धार की जिम्मेदारी उठाएंगे.

सीएसआर के दी गई है मदद

गडकरी ने ब्रिटेन की तीन दिवसीय यात्रा के समापन पर कहा, 'हमें इन परियोजनाओं में 500 करोड़ रुपए से अधिक के सहयोग का वादा किया गया है और मैं सभी प्रवासी भारतीयों से अपील करता हूं कि वह दिल से नमामि गंगे मुहिम में हिस्सा लें.'

कारोबारी इस परियोजनाओं को अपने कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) एजेंडा के तौर पर लेंगे और हर शहर के लिए योजनाओं को अंतिम रूप देने पर भारत सरकार के साथ काम करेंगे.

ब्रिटेन में भारतीय मूल के कारोबारियों के अलावा ब्रिटेन स्थित कंपनियों- लिंडन वाटर, सेल्टिक रिन्युएबल्स, मेबीफार्म, एनवीएच टेक्नोलॉजीज और आर्काटैप ने भी इन परियोजनाओं में सहयोग का वादा किया है. इन कंपनियों ने स्वच्छ गंगा कार्यक्रम के लिए प्रौद्योगिकी साझा करने का वादा किया है.

ब्रिटेन के बाद मंत्री भारतीय समुदाय को स्वच्छ गंगा से संबद्ध परियोजनाओं से जोड़ने के लिए दुबई, सिंगापुर और अमेरिका में भी इसी तरह के रोडशो के आयोजन की योजना बना रहे हैं.