भारतीय शेयर बाजारों ने इस साल अन्य सभी उभरती अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया. अडेलवाइस इन्वेस्टमेंट रिसर्च के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इस तेजी आगे जारी रहने और निफ्टी के दिसंबर तक 12,000 के स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है.
एडेलवाइज इन्वेस्टमेंट रिसर्च के सहायक निदेशक संदीप रैना ने कहा, 'इस साल अब तक भारतीय बाजार में 12 प्रतिशत की तेजी आई है. जबकि एमएससीआई (मॉर्गन स्टेनली कैपिटल इंटरनेशनल) इमर्जिंग सूचकांक 10 प्रतिशत गिरा है. यह भारत के बेहतर प्रदर्शन को साफ दर्शाता है. हमारा मानना है कि भारतीय बाजार का बेहतर प्रदर्शन जारी रहेगा क्योंकि कंपनियों का लाभ बेहतर होने की उम्मीद है. हमने निफ्टी के लिये दिंसबर में 12,000 अंक पर पहुंचने का लक्ष्य रखा है.'
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक इस साल अब तक 12 प्रतिशत से अधिक चढ़ा और अभी लगभग 38,000 अंक के स्तर पर है. जबकि निफ्टी 11,500 अंक पर है.
स्टॉक मार्केट की तेजी से कोई खतरा है?
यह पूछने पर कि क्या भारतीय बाजार इतनी ऊंचाई पर है कि जोखिम के मुकाबले लाभ की संभावना हो गई है तो उनका कहना था कि 'अब भी यह बाजार कोई बहुत अधिक महंगा नहीं दिखता.' बाजार में पिछले कुछ दिन से बिकवाली का दबाव बढ़ गया है. रैना ने रुपए की विनिमय दर में गिरावट पर कहा कि- 'मुद्रा के प्रदर्शन और बाह्य जगत के साथ संतुलन में मजबूत रिश्ता है. यदि चालू खाते का घाटा बढ़ता है और राजकोषीय स्थिति बिगड़ती है तो रुपए पर दबाव पड़ेगा.'
छह सितंबर को पहली बार डॉलर के मुकाबले रुपया गिरकर 72 रुपए के स्तर पर पहुंच गया था.