देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) की दिसंबर में कम गाड़ियां बिकी हैं. साल 2018 के अंतिम महीने में कंपनी की बिक्री 1.3 प्रतिशत गिरकर 1,28,338 यूनिट (इकाई) रह गई. जबकि 2017 में इसी दौरान उसने 1,30,066 वाहन बेचे थे.
मारुति सुजुकी इंडिया ने अपने बयान में कहा कि घरेलू बाजार में उसकी बिक्री 1.8 प्रतिशत बढ़कर 1,21,479 वाहनों पर पहुंच गई. दिसंबर 2017 में उसने 1,19,286 वाहनों की बिक्री की थी.
ऑल्टो और वैगन आर समेत छोटी कारों की बिक्री दिसंबर 2017 में 32,146 यूनिट से गिरकर दिसंबर 2018 में केवल 27,661 यूनिट रही. इसमें 14 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है.
वहीं स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर समेत काम्पैक्ट वाहनों की बिक्री 3.8 प्रतिशत गिरकर 51,334 वाहन रही. 2017 में इसी महीने यह आंकड़ा 53,336 इकाइयों पर था.
मिड सेगमेंट की सेडान सियाज की बिक्री इस दौरान 2,382 इकाइयों से बढ़कर 4,734 इकाइयों पर पहुंच गई. विटारा ब्रेजा, एस-क्रॉस और एर्टिगा समेत यूटिलिटी वाहनों (यूवी) की बिक्री 4.9 प्रतिशत बढ़कर 20,225 वाहनों पर पहुंच गई. पिछले साल दिसंबर में उसने इस श्रेणी के 19,276 इकाइयां बेचीं थी.
इसके अलावा दिसंबर महीने में मारुति का निर्यात (एक्सपोर्ट) 36.4 प्रतिशत गिरकर 6,859 यूनिट पर आ गया. दिसंबर 2017 में उसने 10,780 वाहनों का निर्यात किया था.
दरअसल साल का अंतिम महीना होने की वजह से दिसंबर ऑटो कंपनियों के लिए अक्सर फीका साबित होता है. ज्यादातर ग्राहक महीने भर रुक कर ही नए साल में वाहन खरीदना बेहतर समझते हैं. इसकी एक वजह यह है कि उनका मानना है कि इससे उनकी खरीदी गाड़ी का प्रोडक्शन (निर्माण) वर्ष एक साल पहले का हो जाएगा जिससे उनकी गाड़ी की रीसेल वैल्यू पर असर पड़ेगा.
इस वजह से कार कंपनियां दिसंबर में अपनी सेल बढ़ाने और खरीदारों को प्रोत्साहित करने के लिए कई एक्सचेंज और बोनस ऑफर का एलान करती हैं.
(भाषा से इनपुट)