मुश्किल में घिरी जेट एयरवेज आखिरकार अपने पार्टनर एतिहाद की ज्यादातर शर्तें मानने को तैयार हो गई है. जेट एयरवेज पर काफी कर्ज है. ऐसे में कंपनी को बचाए रखने का बस यही एक विकल्प था कि एतिहाद की बात मान ली जाए.
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, अगले कुछ दोनों में जेट एयरवेज और एतिहाद के बीच समझौता होने वाला है. दोनों MOU (मेमोरैंडम ऑफ अंडरस्टैंडिग) पर साइन करेंगे. इस समझौते के बाद जेट एयरवेज के फाउंडर और चेयरमैन नरेश गोयल को पद छोड़ना पड़ेगा. फिलहाल इस पर जेट एयरवेज और एतिहाद ने कोई टिप्पणी नहीं की है.